वरीय संवाददाता, भागलपुर मायागंज अस्पताल में महीनों से बंद पड़ा कल्चर एंड डीएसटी लैब को सोमवार से चालू किया गया. लैब में प्रतिनियुक्त दो टेक्नीशियन ड्यूटी पर पहुंचे. वहीं अन्य दो लैब टेक्नीशियन में एक छुट्टी पर था. वहीं दूसरा टेक्नीशियन प्रतिनियुक्त कर्मियों को जांच प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी. इस प्रक्रिया में पूरा दिन बीत गया. वहीं लैब में पड़े तीन हजार से अधिक सैंपलों में से कुछ को खोल कर देखा भी गया. लैब के दो एसी की मरम्मत हो गयी है. मंगलवार से जांच में और तेजी आयेगी. बीते दिनों कल्चर एंड डीएसटी लैब के प्रभारी डॉ अमित कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर जानकारी दी थी कि संसाधन के अभाव में तीन हजार से अधिक सैंपल खराब हो गये हैं. अगली प्रक्रिया के लिए निर्देश मांगा गया था. लैब में भागलपुर समेत 16 जिलों से एमडीआर टीबी के मरीजों का सैंपल जांच के लिए आता है. लेकिन जांच बंद होने के कारण एमडीआर टीबी मरीजों में दवा से हुई प्रतिरोधक क्षमता की जानकारी नहीं मिल पा रही थी. इससे मरीजों के इलाज में काफी परेशानी हो रही थी. दरअसल टीबी की दवा खाते-खाते शरीर में ड्रग रजिस्टेंश बन जाता है. इसका आकलन कर मरीजों की दवा बदली जाती है.
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