पटना सिटी गायघाट स्थित व्यवहार न्यायालय से तारीख से लौट रहे दो युवकों पर वर्चस्व की लड़ाई में ताबड़तोड़ बरसायी गयी गोलियों में एक की मौत हो गयी, जबकि दूसरा जख्मी हो गया है. घटना आलमगंज थाना क्षेत्र के एनएमसीएच रोड में सोमवार दोपहर 12 बजे काली मंदिर स्थित पार्क के पास की है. इसमें चौक थाना क्षेत्र के मंगल तालाब काली स्थान दीरा पर निवासी सुरेंद्र गोप के 23 वर्षीय पुत्र लल्लू उर्फ राहुल की मौत एनएमसीएच में हो गयी, जबकि इसी मुहल्ले में रहने वाले पारसनाथ यादव का 35 वर्षीय बेटा सूरज का निजी उपचार केंद्र में भर्ती है. एएसपी शरथ आरएस ने बताया कि जांच में यह बात सामने आयी है कि वर्चस्व में यह घटना हुई है. एएसपी ने बताया कि जख्मी सूरज के खिलाफ दर्जनभर से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस ने घटना स्थल से लगभग आधा दर्जन खोखा और एक गोली बरामद की है. भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में हुई गोलीबारी से वहां अफरा-तफरी मच गयी थी. मौके पर आलमगंज थाना की पुलिस थानाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में पहुंची और दूसरे थानों की पुलिस भी पहुंची. परिजनों व पड़ोसियों ने बताया कि सूरज की गायघाट स्थित व्यवहार न्यायालय में तारीख थी. वहीं से सूरज आधा दर्जन दोस्तों के साथ तीन बाइक से वापस घर लौट रहा था. सूरज के साथ बाइक पर पड़ोसी लल्लू भी बैठा था. जबकि दो बाइक पर सवार चार दोस्त पीछे चल रहे थे. महात्मा गांधी सेतु से नीचे होते हुए सूरज बाइक पार्क के पास पहुंचा, तभी तीन से चार बाइक पर सवार आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने सूरज की बाइक को घेर लिया. इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. पुलिस सूत्रों और स्थानीय लोगों की मानें तो बदमाशों ने एक दर्जन राउंड फायरिंग की है. परिजनों व पुलिसकर्मियों की मानें तो फायरिंग की ताबड़तोड़ घटना में लल्लू के दोनों पैर व जांघ में चार गोलियां और सूरज को आधा दर्जन से अधिक गोली पेट और पैर-हाथ में लगी है. घटना स्थल पर लल्लू खून से लथपथ होकर गिर गया, जबकि सूरज जान बचाने के लिए बाइक से उतर कर भागा. इसी बीच पीछे से आ रहे दोस्तों ने बदमाशों को खदेड़ा तो बदमाश हथियार लहराते अगमकुआं ऊपरी सेतु के रास्ते फरार हो गये. वहीं जख्मी सूरज को बाइक के बीच में बैठा कर दोस्त घर की ओर लेकर भागे, लेकिन चौकशिकारपुर कन्या चोरवा मंदिर के पास जब सूरज की स्थिति ज्यादा खराब हो गयी, तो वहीं पर गैराज में बैठा कर परिजनों को सूचना दी और फिर एंबुलेंस से निजी उपचार केंद्र ले गये.मंगनी में जाने की तैयारी कर रहा था लल्लू, जबरन ले गया था सूरज सूरज के पिता सुरेंद्र गोप और मां सीता देवी के साथ परिवार के अन्य सदस्यों का कहना है कि लल्लू को सूरज अपने साथ जबरन ले गया. परिजनों की मानें तो पड़ोसी की बेटी की मंगनी थी. इसमें लल्लू को तैयारी करनी थी. इसके लिए वह तैयार होकर घर से निकला था, तभी सूरज थोड़ी देर में लौट कर आने की बात कह जबरन अपने साथ बाइक पर बैठा कर ले गया. वहां से लौटने के दौरान यह हादसा हो गया, जिसमें बेवजह बेटे की मौत हो गयी है. परिजनों ने बताया कि पांच भाइयों में लल्लू से पहले बड़े भाई धीरज की मौत हुई, अब लल्लू की. तीन भाई सोनी, शत्रुघ्न उर्फ बंटू और राजकुमार है. जबकि सूरज छह भाई है. इसमें तीन भाई की पहले ही मौत हो चुकी है. एएसपी ने बताया कि जख्मी के बयान के बाद ही मामला स्पष्ट हो जायेगा. पुलिस अभिरक्षा में जख्मी का उपचार चल रहा है.
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