संवाददाता,पटना लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजते ही मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट (एमसीसी), सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों पर लागू कर दिया गया ,जिसका उद्देश्य अनैतिक प्रथाओं को रोकना है. इसके तहत जो व्यक्ति 50,000 रुपये से अधिक नकदी या 10,000 रुपये से अधिक मूल्य की नयी वस्तुएं बिना किसी लीगल डाक्यूमेंट के ले जाते हुए पकड़े जाने पर जब्ती का निर्देश दिया गया था.बिहार में चुनाव के दौरान करीब 12.24 करोड़ जब्त किये गये,जिसमें सबसे अधिक राशि सातवें चरण के दौरान 3.41 करोड़ जब्त किया गया. चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 10 लाख से अधिक की राशि को आयकर विभाग के पास जांच के लिए भेज दिया गया है, जबकि इससे कम राशि के बारे में उचित दस्तावेज दिखाने के बाद छोड़ देने का प्रावधान है. उल्लेखनीय है कि चुनाव के लिए पुलिस के साथ-साथ आयकर विभाग भी नकदी की अवैध आवाजाही की जांच करने के लिए 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किये हैं. चरण दर चरण बढ़ती गयी जब्ती राशि राज्य में पहले चरण में औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में चुनाव 19 अप्रैल को हुआ. पहले चरण में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के तहत राज्य में 71.91 लाख की हुई जब्ती हुई थी.हालांकि, चेकिंग के दौरान 1.25 लाख लीटर के करीब शराब भी पकड़ी गयी थी. वहीं ,दूसरे चरण में किशनगंज,कटिहार, पूर्णिया,भागलपुर और बांका में चुनाव हुआ और इस दौरान करीब 98.91 लाख नगद जब्त किये गये. वहीं, तीसरे चरण में झंझारपुर,सुपौल,अररिया,मधेुपरा और खगड़िया में चुनाव के दौरान करीब 99 लाख नकद बरामद किये गये.चौथे चरण के दौरान दरभंगा,उजियारपुर,समस्तीपुर,बेगूसराय और मुंगेर में चुनाव हुआ और इस दौरान करीब 1.39 करोड़ नकद जब्त किया गया.पांचवें चरण में सीतामढ़ी,मधुबनी,मुजफ्फरपुर,सारण और हाजीपुर में चुनाव हुआ और दस दौरान करीब 2.07 करोड़, छठे चरण में 2.86 करोड़ और सातवें और अंतिम चरण में 3.41 करोड़ जब्त किये गये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है