ड्रोन प्रोद्यौगिकी, रोबोटिक्स, सूक्ष्म सिंचाई और डिजिटल मार्केटिंग में शुरू होगा डिप्लोमा कोर्स
संवाददाता, पटना
बिहार में खेती अभी पारंपरिक तरीके से हो रही है. इसे आधुनिक बनाने के लिए कृषि में सेंसर आधारित तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की जरूरत है. इसे धरातल पर उतारने के लिए कृषि विभाग ने काम शुरू किया गया है. इसमें इन विषयों से जुड़ी शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम का प्रस्ताव दिया गया है. प्रथम चरण में कृषि ड्रोन प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा, एआइ और रोबोटिक्स में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा की पढ़ाई का प्रस्ताव दिया गया है. साथ ही डिजिटल मार्केटिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और डेटा साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम का प्रस्ताव दिया गया है. इन विषयों की पढ़ाई और प्रशिक्षण से इसकी गहरी समझ विकसित होगी. इससे खेती को आधुनिक बनाने में सहायता मिलेगी.
सेंसर आधारित तकनीक मिट्टी व नमी को करेगी बेहतर : राज्य में खेती में सेंसर आधारित तकनीक अपनायी जायेगी. इससे मिट्टी की नमी और तापमान में सुधार करना खेती अनुकूल बनाना आसान होगा. इससे फसलों की पैदावार में पोषक तत्वों में बड़े पैमाने पर सुधार होगा. इसके माध्यम से आंकड़ें भी आसानी से संग्रहित किये जा सकेंगे. इन आंकड़ों का उपयोग कृषि लागत में कमी करने में किया जा सकेगा.
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