मुकेश तिवारी, बीरभूम: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में मंगलवार सुबह मतगणना के पूर्व थैला बम मिलने से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया. घटना दुबराजपुर थाना इलाके के लो ग्राम पंचायत की है. थैला बम की बरामदगी बड़ारी ग्राम के पास से गुजर रही अजय नदी के किनारे हुई. जिससे आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है. हालांकि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गयी. इसके बाद इसकी सूचना सीआईडी बम निरोधक दस्ते को दी गयी. बम निरोधक दस्ते के लोग घटनास्थल पर पहुंचकर बम को डिफ्यूज करने में जुटे हुए हैं.
आसपास के इलाके में दहशत का माहौल
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में मतगणना के पूर्व रात में इतनी संख्या में बमों के मिलने से आसपास के इलाके में लोग दहशत माहौल है. ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि उक्त बम किसी राजनीतिक दलों के इशारे पर ही छिपाकर रखा गया था. पुलिस ने बताया कि थैला में करीब 25 की संख्या में बम मिले हैं. फिलहाल इसकी छानबीन की जा रही है कि ये बम किसने और किस मकसद से लगाया है.
शांति भंग करने के उद्देश्य से छिपाकर रखा गया था बम
गौरतलब है की बीत माह 13 मई को जिले के दो लोकसभा सीट पर मतदान हुआ था. इसके बाद जिले में चुनाव के बाद हिंसा की एक दो घटना घटी. लेकिन आज मतगणना के पूर्व बम मिलने से एक बार फिर से ग्रामीणों में डर का माहौल है. गांव के लोगों का कहना है कि मतगणना के बाद इलाके में शांति भंग करने के उद्देश्य से यहां पर बम को छिपाकर रखा गया था.
बीजेपी बोली- हिंसा फैलाने के उद्देश्य से एकत्र किया गया था बम
वहीं, घटना को लेकर बीरभूम जिला भाजपा अध्यक्ष ध्रुव साहा का कहना है कि चुनाव के बाद हिंसा फैलाने के उद्देश्य से ही उक्त बमों को एकत्र कर शासक दल के लोगों ने छिपाकर रखा हुआ था. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं को शासक दल चुनाव के बाद टार्गेट कर सकती है. संभवत: इसी वजह से इन बमों को जमा किया गया था. ध्रुव का कहना है की पुलिस और प्रशासन इस दिशा में उपयुक्त कदम उठाए. इधर, तृणमूल कांग्रेस के नेता विकास राय चौधरी ने भाजपा के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
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