बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में क्रियान्वयन हो रही सीवरेज योजना का लाभ लेने के लिए शहरवासी पलकें बिछाये हुए हैं. शिलान्यास हुए पांच वर्ष होने को है, परंतु अभी तक सीवरेज का लाभ लेने से लोग वंचित हैं. कोई भी विकास कार्य यदि निर्धारित समय पर पूरा हो जाता है, तो जनसुविधा के लिए बेहतर होता है. योजनाओं के धरातल पर उतरने में जब लगातार विलंब होता चला जाता है, तो लोगों को कई तरह की परेशानियों और मानसिक तनाव से गुजरना पड़ता है. कुछ ऐसा ही नगर निगम क्षेत्र में चल रही सीवरेज नेटवर्क योजना व अमृत जल योजना के बारे में कहा जा सकता है. नगर निगम क्षेत्र में शहरवासियों को सीवरेज योजना का धरातल पर उतरने का बेसब्री से इंतजार है. बुडको द्वारा सीवरेज निर्माण का कार्य कराया जा रहा है. विभागीय दावा है कि सितंबर 2024 तक सीवरेज के सभी कार्य पूरे कर ट्रायल कर लिया जायेगा. लोग सीवरेज का लाभ उठाने लगेंगे. इसके पूर्व भी हर वर्ष कार्य पूरा कर लेने की कई संभावित तिथियों की घोषणा की गयी थी, परंतु विलंब होता चला गया. विदित हो कि शहरी इलाकों में 236. 86 करोड़ की लागत से चल रही सीवरेज निर्माण योजना का शिलान्यास वर्ष 2019 में किया गया था और विधिवत इस कार्य को बुडको द्वारा क्रियान्वयन 19 फरवरी से 2020 से शुरू हो गया. सीवरेज नेटवर्क का कार्य 2022 के फरवरी तक पूरा करना लेना था, लेकिन लाॅकडाउन के कारण काम बाधित हो गया था. शहरवासियों को उक्त निर्धारित तिथि को सीवरेज का लाभ नहीं मिल सका. इसके बावजूद अक्तूबर 2022 तक सीवरेज कार्य पूरा कर लेने की बात बुडको के एमडी ने बतायी थी. इसके बावजूद विभिन्न कारणों से लगातार विलंब होता गया. फिर इसे पूरा करने की अवधि बढ़ा कर मार्च 2023 कर दी गयी, परंतु सीवरेज का लाभ शहरवासियों को आज तक नहीं मिल सका है. सीवरेज का भूमिगत पाइप 98 किलोमीटर तक बिछाना था, जिनमें कुछ पाइप पूर्व से ही बिछाये गये थे. कार्य एजेंसी केवडिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 90.5 किलोमीटर सीवरेज का पाइप बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है. विभागीय सूत्रों के अनुसार इसके बावजूद सीवरेज योजना को धरातल पर उतरने में समय लग सकता है इसमें कई तरह के लोचा हैं. पहली बात यह कि अभी तक 11020 घरों को कनेक्शन करने का कार्य भी अभी बचा हुआ है. सीवरेज के 98 किमी पाइप के जरिये कुल 11020 घरों को जोड़ना है. उन सभी घरों के मलमूत्र एवं घरेलू पानी पंप के सहारे सीवरेज संयंत्र तक ले जा जायेगा. अभी तक सीवरेज के कुल 10 हजार से अधिक चैंबर भी बनाये जा चुके हैं. एक चैंबर ( टंकी) से दो-चार घरों को जोड़ा जोड़ना है.
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