बिहारशरीफ.
नालंदा लोकसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार ने चौथी बार शानदार जीत दर्ज कर इस संसदीय क्षेत्र से एक रिकार्ड बनाया है. लगातार चार बार जीतने वाले नालंदा से यह पहले सांसद हुए थे. कौशलेंद्र कुमार की जीत का ट्रैक रिकार्ड देखा जाये तो वे यहां से भारी मतों से चुनाव जीते हैं. वर्ष 2019 में भी वे यहां से करीब ढाई लाख मतों से अपनी प्रतिद्वंदी अशोक कुमार आजाद को हराया था. हालांकि वर्ष 2014 में जदयू प्रत्याशी श्री कुमार को प्रतिद्वंदी से कड़ी टक्कर मिली थी और वे वह मात्र नौ हजार मतों से चुनाव जीते थे, लेकिन वर्ष 2009 में जदयू से पहली बार इन्हें उम्मीदवार बनाया गया था, तो उन्होंने करीब डेढ़ लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी.मंगलवार को मतगणना कार्य शुरू से अंत तक जदयू प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार हर विधान सभा क्षेत्र से बढ़त हालिस करते रहे हैं. हालांकि इस्लामपुर व हिलसा के कुछ बूथों की मतगणना गिनती में भाकपा माले प्रत्याशी संदीप सौरभ चंद सौ वोट से आ गये हुए थे, लेकिन इसके अगले बूथ की गिनती में वह पिछड़ जाते थे. करीब डेढ़ लाख मतों से शानदार जीत हासिल कर कौशलेंद्र कुमार ने चौथी बार नीतीश कुमार के विश्वास पर खड़े उतरे हैं. सबसे पहले वर्ष 2009 में नीतीश कुमार ने जदयू प्रत्याशी के रूप में कौशलेंद्र कुमार को टिकट देकर नालंदा लोकसभा क्षेत्र के चुनावी मैदान में उतारा था, जिसमें उन्होंने 55.08 प्रतिशत वोट प्राप्त किये थे और लोजपा प्रत्याशी सतीश कुमार को हराकर नीतीश कुमार के विश्वास जीता था. इसके बाद वर्ष 2014 के चुनाव में जदयू पार्टी अपने स्थापना का सबसे बुरे दौर से गुर रहा था, जिसमें पूरे बिहार में महज जदयू के महज दो सीट पर जीत हासिल हुई थी, उसमें एक नालंदा से 34.93 प्रतिशत मत प्राप्त कर कौशलेंद्र कुमार ने चुनाव जीते थे. तीसरी बार वर्ष 2019 में 52.00 प्रतिशत वोट प्राप्त कर जीत हासिल की थी. अब चौथी बार कौशलेंद्र कुमार ने नीतीश के गढ़ को शानदार तरीके से बचाने में कामयाब हुए.सरल स्वभाव ही है राजनीति सफलता का राज :
शहर के राजू पटेल, विकास कुमार उर्फ गांधी, विजय कुमार, टिंकू कुमार, शिक्षक प्रवीण कुमार आदि बताते हैं कि लगातार कई चुनाव जीतने के बाद भी कौशलेंद्र कुमार आमलोगों से सहज और सरल रूप से मिलते हैं. किसी भी कार्यक्रम के लिए सहजता से पहुंचने के लिए माने जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है