बंगाली बाजार रेलवे ढाला पर ओवरब्रिज व एम्स को धरातल पर लाने की इस बार भी सांसद से लोगों की है अपेक्षा सहरसा . जिले में लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया गया है. बडे अंतर से एक बार फिर से निवर्तमान सांसद दिनेश चंद्र यादव चुने गये हैं. इस बार भी आम जनता को उनसे विकास की बडी उम्मीदें हैं. हालांकि कि उन्हें कार्यकर्ताओं द्वारा जिले का विकास पुत्र के नाम से भी पुकारा जाता है. लेकिन आम जनता आज भी उनसे बडे विकास की उम्मीद लिए बैठी है. हालांकि दिनेश चंद्र यादव एक बार फिर से सांसद बने हैं. लेकिन लोगों को इस बार भी उनसे बंगाली बाजार रेल ओवरब्रिज निर्माण की आस बनी रहेगी. जिसको लेकर जिले के लोग वर्षों से आंदोलनरत रहे हैं. आश्वासन के अलावे आज तक निर्माण कार्य नहीं होने से लोग खासकर इस मुद्दे के कारण ही थोडे नाराज भी रहे हैं. अब देखना होगा कि दूसरे मौके में भी वे आम जनता की इस मांग को पूरा कर सकते हैं या नहीं. इनके अलावे जिले में एम्स की मांग भी पिछले कई वर्षों से की जा रही है. इसके लिए जिले में बडे आंदोलन तक भी हुए हैं. लेकिन इस दिशा में कार्य आगे नहीं बढ सका. जबकि सांसद रहते दिनेश चंद्र यादव इसके लिए पहल भी कर चुके हैं. अब देखना यह होगा कि सांसद इस बार जिले को यह सौगात दिला पाते हैं या नहीं. हालांकि जिले में विकास के सैकडों ऐसे कार्य हुए हैं. जिससे आम आदमी को बडी राहत मिली है. खासकर बरसात के दिनों में टापू बन जाने वाले इस जिले में सडक निर्माण की दिशा में जाल बिछाने का कार्य किया गया है. जिसमें सबसे पहले बलुआहा पुल बनाकर जिले के लोगों को बाहर जाने के लिए दूसरा रास्ता दिया गया. अब उच्चैठ से उग्रतारा स्थान महिषी तक फोर लेन सडक निर्माण कार्य तेजी से जारी है. लेकिन इसके निर्माण कार्य में तेजी लाने की जरूरत है. हरदी चौघाडा से मानसी तक सडक निर्माण कार्य शुरू होने से कोपरिया, सलखुआ के सैकडों गांव भी सड़क मार्ग से जुड़ रहे है. कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है. इसमें तेजी लाने की जरूरत है. जिससे वहां के लोगों का जीवन स्तर में बड़ा बदलाव आयेगा. जिले की लाइफ लाइन कहे जाने वाले जर्जर एनएच 107 के टू लेन निर्माण कार्य चलने से लोगों को बडी राहत मिलने लगी है. यह कार्य पिछले चार वर्षों से अधिक समय से चल रहा है. लेकिन कार्य 50 प्रतिशत से आगे नहीं बढ सका है. लोगों को कार्य में तेजी लाने के लिए सांसद से अपेक्षा है. वहीं लोगों को अन्य प्रदेशों से जुडाव के लिए ट्रेनों की आवश्यकता है. वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार ने सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति दी है. लेकिन इस दिशा में बात आगे नहीं बढी है. इसके लिए भी पहल की जरूरत है. जो सांसद से लोगों की अपेक्षा है.
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