संवाददाता, पटना
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार की सुरक्षित सीटों पर सबसे बड़ी ‘पॉलिटिकल पॉवर’ एलजेपी (रामविलास) रही है. इसने छह में से तीन सीटों पर जीत हासिल की है. हम (सेक्यूलर) और जदयू के खाते में एक-एक सीट आयी है. इस तरह एनडीए ने बिहार की छह सुरक्षित सीटों में से पांच सीटों पर कब्जा जमाया है. केवल एक सीट पर इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. भारत निर्वाचन आयोग के आधिकारिक तथ्यों के मुताबिक एलजेपी (रामविलास) ने तीन संसदीय सीटों मसलन हाजीपुर, जमुई और समस्तीपुर में जीत दर्ज की है. हाजीपुर सीट पर चिराग पासवान, जमुई पर अरुण भारती और समस्तीपुर में शांभवी ने जीत दर्ज की है. शांभवी बिहार की सबसे कम उम्र की प्रत्याशी हैं. इधर हम (सेक्यूलर) के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गया सुरक्षित सीट से चुनाव जीता है. जदयू प्रत्याशी डॉ आलोक कुमार सुमन ने गोपालगंज सीट हासिल की है. वह यहां से लगातार दूसरा चुनाव जीते हैं. वर्ष 2024 के इस चुनाव में राजद ने तीन सीटों हाजीपुर , गया और जमुई में अपने प्रत्याशी उतारे थे. तीनों सीट वह हार गया है. हारने वालों में उसके दो पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत और शिवचंद्र राम शामिल हैं.
इस संदर्भ में खास बात यह है कि राजद ने वर्ष 2004 के बाद से अब तक किसी भी सुरक्षित सीट पर चुनावी जीत दर्ज नहीं की है. वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में तब की सुरक्षित रही सीट गया और नवादा सीट राजद ने जीती थी.
2019 में एलजेपी ने तीन सीटें जीती थीं
आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सुरक्षित छह सीटों में से एलजेपी ने तीन सीटें समस्तीपुर, जमुई और हाजीपुर सीटें जीती थीं. इस बार सासाराम सीट कांग्रेस के मनोज कुमार ने जीती है. पिछले चुनाव में सासाराम से भाजपा के छेदी पासवान ने जीती थी. इसी तरह 2014 के लोकसभा चुनाव में एलजेपी ने एक बार फिर तीन सीटों हाजीपुर, जमुई और समस्तीपुर पर चुनावी जीत हासिल की थी.
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