राजपुर. प्रखंड के राजपुर, खीरी, कोनौली एवं अन्य राजवाहा में नहर का पानी नहीं आया है. कुछ ही दिनों बाद रोहिणी नक्षत्र भी समाप्त हो जाएगा. समय पर पानी नहीं पहुंचने से किसानों में मायूसी देखी जा रही है. तापमान अधिक हो जाने से किसान काफी चिंतित है. फिर भी डीजल पंप सेट एवं इलेक्ट्रिक मोटर चलाकर खेतों की सिंचाई कर रहे हैं. कृषि विभाग के तरफ से किसानों को सलाह दी गयी है कि सामान्य तापमान होने पर ही किसान अपने खेतों में धान का बिचड़ा डालेंगे. इसलिए किसान खेतों की अच्छी तरह से सिंचाई कर रहे हैं. बिचड़ा के आसपास के परती खेतों की भी सिंचाई कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से कुछ किसान डीजल पंपसेट एवं इलेक्ट्रिक मोटर के सहारे बिचड़ा डाल रहे है. कृषि विभाग के तरफ से लगभग 21000 हेक्टेयर भूमि पर धान रोपनी का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए कृषि विभाग के तरफ से किसानों को जागरूक कर उत्तम क्वालिटी के बीज के लिए जागरूक किया गया है. मुख्यमंत्री बीज योजना के तहत स्वर्णा धान प्रजाति का बीज आ गया है. जिसका वितरण शुरू कर दिया गया है. मौसम विभाग के अनुसार इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. जारी सूचना पर किसान भी अपनी तैयारी में लगे हुए हैं. क्षेत्र के किसान दयानंद सिंह, मिथिलेश पासवान, संतोष सिंह, संजय सिंह, अंकित सिंह, विमल राय, विनय पांडेय के अलावा अन्य किसानों ने बताया कि इस बार समय पर पानी नहीं आया है. फिलहाल तापमान में वृद्धि से परेशानी हो रही है. फिर भी बिचड़ा डाला जा रहा है. अगर मौसम ने साथ दिया तो लक्ष्य के अनुरूप धान की खेती की जाएगी.
क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ
किसानों को समय पर धान का बीज उपलब्ध कराया गया है. अधिकतर गांव में हर खेत जल अभियान भी इसमें सार्थक बना हुआ है. अधिकतर किसानों के खेत तक बिजली के खंभे गाड़ दिए गए हैं. जिससे किसान अपने खेतों की सिंचाई कर खेती करने में लग गए हैं. अनुमान है कि लक्ष्य के अनुरूप खेती भी होगी. इसके लिए समय-समय पर किसानों को विभाग के तरफ से सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. -संजय कुमार सिंह ,कृषि समन्वयक राजपुर
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