यात्रियों के लिए न छत और न ही शौचालय की व्यवस्था
चौपारण.
एनएच-टू डाक बंगला के समीप जीटी रोड पर अवस्थित सरकारी बस पड़ाव सुविधा विहीन है. यहां न ही यात्रियों के लिए सिर छिपाने के लिए यात्री शेड है और न ही कोई सरकारी शौचालय की व्यवस्था है. तपतपाती गर्मी में खुले आसमान में यात्री बस का प्रतीक्षा रोड के किनारे होटल में खड़े होकर करते हैं. संसाधन विहीन इस बस पड़ाव में झारखंड-बिहार की बात तो छोड़ दें. दिल्ली से कोलकाता, यूपी तक की बसें यहां रुकती हैं.सड़क पर खड़े होकर बस का इंतजार :
जिले के बड़े प्रखंड और एनएच-टू पर बसा चौपारण का क्षेत्रफल भी बड़ा है. इस बस पड़ाव से आये दिन कई यात्री यहां से अलग-अलग प्रदेशों के लिए सफर करते हैं. यात्रियों को सड़क पर या होटल में ठहर कर बस का इंतजार करना पड़ता है.पेयजल की भी सुविधा नहीं :
इस भीषण गर्मी में यात्रियों के लिए बस पड़ाव में पेयजल की सुविधा नहीं है. यात्री पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं. यहां के पड़ाव पर किसी जन प्रतिनिधि या सरकारी अधिकारियों का ध्यान नहीं जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है