बोकारो. बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) में 27 मई से चल रहे ठेका मजदूरों के मेडिकल जांच के विरोध में जय झारखंड मजदूर समाज के बैनर तले बीएसएल के ठेका मजदूरों ने बुधवार को प्लांट गोलचक्कर से इडी वर्क्स कार्यालय तक चेतावनी प्रदर्शन किया. प्रबंधन पर जांच के नाम पर अनाप-शनाप पैरामीटर के माध्यम से प्रतिदिन दर्जनों ठेका मजदूर को काम से निकाले जाने का आरोप लगाया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य सह जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बीके चौधरी ने कहा कि अगर काम से निकाले जाने की प्रक्रिया पर अविलंब रोक नहीं लगी तो हड़ताल की विधिवत नोटिस देकर ठेका मजदूर 28-29 जून को दो दिवसीय हड़ताल कर प्लांट का चक्का जाम करेंगे. कहा कि अभी भी प्रबंधन के पास समय है कि मेहनतकश मजदूरों की वेदना को समझें. संयुक्त महामंत्री शंकर कुमार, एनके सिंह, एसके सिंह, अनिल कुमार, आई अहमद, रौशन कुमार, तुलसी साह, राजेन्द्र प्रसाद, मानिक चंद्र साह, रमा रवानी, बादल कोयरी, आशिक अंसारी, दिवाकर कुमार, संतोष कुमार गुप्ता, ए डब्लू, ए अंसारी, भीके साह, आरके मिश्रा, बालेश्वर राय, देवेन्द्र गोराई, ओपी चौहान, सुरेश प्रसाद, मनोज कुमार, बिनोद कुमार, कुमार ऋषि उपस्थित थे.
छंटनी के लिए किया जा रहा षड्यंत्र : साधु शरण गोप
जनता मजदूर सभा के अध्यक्ष साधु शरण गोप ने बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज को पत्र लिखकर मांग किया कि ठेका मजदूरों का मेडिकल चेकअप को रोका जाय. क्योंकि, यह न्यायिक दृष्टिकोण से सरासर नाजायज है. कहा कि प्रबंधन ने कार्यरत ठेका मजदूरों के लिए जो फिटनेस का मापदंड (नॉर्मल बीपी, शुगर) निर्धारित किया है, वह ज्वाइनिंग कर रहे आगंतुक मजदूरों के लिए मापदंड तय है, ना कि लंबे समय से काम कर रहे मजदूरों का है. इसे यूनियन बर्दाश्त नहीं करेगी. जरूरत पड़ी तो यूनियन कोर्ट जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है