कटिहार. पर्यावरण संतुलन के लिए पौधरोपण जरूरी है. जिले के अलग-अलग संस्थानों में विश्व पर्यावरण दिवस पर बुधवार को तीन हजार पौधे लगाये गये. वन विभाग से अलग-अलग संस्थानों द्वारा क्रय कर पौधरोपण किया गया. इस अवसर पर कई जगहों पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन कर पौधरोपण के महत्वों से भी अवगत कराया गया. जहां छात्र -छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लेकर पर्यावरण संतुलन रखने के लिए एक साथ संकल्प लिया. रेज ऑफिसर फॉरेस्ट कटिहार के सत्येन्द्र कुमार झा ने बताया कि मनिहारी के गोगाबील झील से लेकर कटिहार कोर्ट परिसर, कटिहार इंजीनियरिंग कॉलेज समेत अन्य संस्थानों द्वारा करीब तीन हजार पौधे क्रय कर रोपण किया गया. इस दौरान कटिहार इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजना कुमारी ने बताया कि कॉलेज परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस पर एक सौ पौधरोपण किया गया. गर्ल्स होस्टल, ए ग्राउंड समेत अन्य जगहों पर छायादार पौधरोपण किया गया. उन्होंने छात्र छात्राओं को पौधरोपण के महत्वों से अवगत कराते हुए बताया कि पेड़ पौधे मानव जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं. पेड़ पौधे अधिक संख्या में कटने का नतीजा है कि आज जलवायु अधिक गर्म और विषैली हो रही है. जलवायु को संतुलन रखना है तो एक एक पेड़ अपने आसपास लगाना ही होगा. उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में गर्मी की प्रचंडता ने मानव जीवन को कठिन बना दिया है. जानवरों के लिए भी तरह-तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और इसका एकमात्र कारण है कि पर्यावरण असंतुलित हो गया है. हरे-भरे पौधे होते हैं वहां स्वच्छ एवं पारदर्शी ऑक्सीजन उपलब्ध होती है और ये मानव जीवन को ऊर्जा प्रदान करते हैं. इस मौके पर यांत्रिकी विभाग के डॉ जयंत कुमार, डॉ अजय कुमार, कम्प्यूटर साइंस के प्रदीप कुमार शर्मा, डॉ अरविंद कुमार, डॉ राम कुमार, डॉ धर्मवीर कुमार समेत विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे.
आधुनिकता की दौर में अंधाधुंध कट रहे पेड़ों पर रोक जरूरी : शिवानी
आंबेडकर इंस्टीच्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. इस दौरान संस्थान में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं ने संस्थान के अगल-बगल पौधरोपण किया. विश्व भर में पर्यावरण संस्थान के निदेशक एस रमण ने विश्व पर्यावरण दिवस के महत्वों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया. उन्होंने बताया कि विश्व भर में जलवायु को संतुलित रखने के लिए केवल विश्व पर्यावरण दिवस पर ही नहीं वरन प्रतिदिन एक-एक पेड़ पौधा लगाने की आवश्यकता है. आधुनिकता की दौर में जिस तरह अंधाधुंध पेड़ पौधे काटे जा रहे हैं उस हिसाब से पौधरोपण नहीं हो पा रहा है. जिसका नतीजा है कि जलवायु गर्म के साथ विषैली होती जा रही है. इसका नकारात्मक प्रभाव मानव ही बल्कि पशु पक्षियों पर पड़ रहा है. मौके पर शिक्षक, शिक्षिकाओं के साथ नामांकित अलग-अलग कोर के छात्र छात्राएं मौजूद रहे.पेड़ पौधों के संरक्षण से ही जलवायु रहेगा संतुलित : दिलीप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सालमारी नगर इकाई कटिहार की ओर से आरडीएस कॉलेज सालमारी में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. इस अवसर पर कॉलेज परिसर के अलग अलग जगहों में पौधरोपण कर पौधों के महत्वों से छात्रों को अवगत कराया गया. आरडीएस कॉलेज सालमारी के प्राचार्य डॉ दिलीप कुमार यादव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा शहर की जलवायु अधिक गर्म है. इसका एकमात्र कारण आधुनिकता की दौर में अंधाधुंध पेड़ों की कटाई है. पेड़ पौधों के संरक्षण से ही जलवायु को संतुलित किया जा सकता हैं.जलवायु संतुलित रहेगा तभी मानव से लेकर पशु पक्षियों का जीवन सुरक्षित रहेगा. उन्होंने छात्र छात्राओं को अपने आसपास एक एक पेड़ हर पर्व त्यौहार में लगाने को लेकर संकल्प दिलाया. अभाविप के जिला सह संयोजक बासु कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रोहित कुमार आदि उपस्थित थे.नकारात्मक प्रभावों को रोकने के लिए पौधरोपण जरूरी : हरेन्द्र
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस पर केबी झा कॉलेज में पौधरोपण किया गया. कॉलेज के प्राचार्य डॉ हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की पर्यावरण दिवस एक अभियान है. प्रत्येक वर्ष पांच जून को विश्व भर में पर्यावरण के नकारात्मक प्रभावों को रोकने के लिए मनाया जाता है. पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करना है. प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विक्रांत सिंह ने कहा की पर्यावरण शब्द परिआवरण के संयोग से बना है, पारी का आशय चारों और तथा आवरण का आशय परिवेश हैं. ऐसे में जरूरी है कि हर दिन हर व्यक्ति एक एक पेड़ अपने अगल बगल अवश्य लगायें. केबी झा कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक जितेश कुमार, डॉ मिलन कुमार, डॉ जकारिया, पीटीआई पशुपति झा, आशीष आनंद, रोहन प्रसाद, रवि सिंह, विशाल सिंह, ध्रुव कुमार, कारण कुमार, आकाश कुमार, अमन कुमार समेत अन्य मौजूद थे.
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