सुबोध कुमार नंदन, पटना : आम चुनाव के एग्जिट पोल के बाद जितनी तेजी से सोमवार को शेयर बाजार ने उड़ान भरी, मंगलवार को चुनाव परिणाम के रुझान आते ही निवेश हटाने की कोशिश हुई और जमकर बिकवाली हुई. इसकी वजह से शेयर बाजार में भूचाल आ गया और देखते-देखते मार्केट दोगुनी तेजी से नीचे गिरा. मंगलवार को सूबे के निवेशकों के करीब 48000 करोड़ रुपये एक ही झटके में डूब गये. निवेशकों ने पिछले चार-पांच महीने में जितना कमाया, उससे अधिक एक दिन में ही गंवा दिया. शेयर मार्केट के जानकारों का कहना है कि एग्जिट पोल के जरिये निवेशकों को गुमराह किया गया और कुछ लोगों और ब्रोकर्स ने इसका गलत फायदा उठाया. बिहार में लगभग 30 लाख डीमैट अकाउंट रखने वाले निवेशक हैं और म्यूच्युअल फंड्स में यहां के निवेशकों का लगभग 45,000 करोड़ रुपये के निवेश का ज्यादा हिस्सा इक्विटी फंड्स में निवेशित है. अतः बिहार के निवेशकों के निवेश की कीमत केवल एक दिन में लगभग 48000 करोड़ रुपये से कम हो गयी. हालांकि, बुधवार को शेयर बाजार में वापस आयी तेजी ने उस नुकसान की कुछ भरपाई भी कर दी.
रुझान देखते ही निवेशकों ने शुरू की ताबड़तोड़ बिकवाली
नुवामा वेल्थ के राजीव लोचन ‘पंकज’ ने कहा कि शनिवार की शाम में एग्जिट पोल में वर्तमान सरकार के पक्ष में पहले से भी बड़ा बहुमत का अनुमान देखकर सोमवार को निवेशकों की जोरदार खरीदारी के बल पर सेंसेक्स ने जोरदार उछाल ली. लेकिन मंगलवार की सुबह से जब रुझान विपरीत आने लगे, तो निवेशकों ने ताबड़तोड़ बिकवाली करनी शुरू कर दी, जिसके कारण पूरे दिन बाजार में काफी उथल-पुथल रहा और सेंसेक्स पिछले दिन के बंद भाव से 4389 अंक नीचे जाकर बंद हुआ.
एग्जिट पोल के अनुसार रिजल्ट नहीं आने से सेंसेक्स गिरा
एलकेपी सिक्युरिटीज के प्रमुख पराग जैन ने बताया कि चुनाव परिणाम आशा से विपरीत आने के कारण शेयर बाजार में निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ. इसमें बिहार के निवेशकाें के लगभग 48 हजार करोड़ से लेकर 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि चुनाव परिणाम आने के पूर्व इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गयी हो. उन्होंने बताया कि नुकसान की भरपाई छह माह के अंदर हो पायेगा. साथ ही मुनाफा भी अच्छा आयेगा. इसके लिए निवेशकों को धैर्य रखना होगा.
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