गया. गया रेलवे स्टेशन पर इन दिनों हर कोई अपनी मनमानी करने पर तुला है, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है. एक नंबर प्लेटफॉर्म से सटी सड़क है. जहां पर ऑटो, इ-रिक्शा, ठेला, रिक्शा व छोटे वाहनों का जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. यहां पर पिछले 10 दिनों से ऑटो चालकों ने अपने लाभ के लिए अस्थायी ऑटो स्टैंड बना लिया है. इसके कारण मुख्य स्टैंड से जानेवाले ऑटो चालकों को नुकसान हो रहा है. कई ऑटो चालक, सवारियों को ले जाने के लिए शॉर्ट कट रास्ता अपना रहे हैं. इसमें एक नंबर प्लेटफॉर्म, पार्सल ऑफिस, जीआरपी थान, रिजर्वेशन काउंटर व बाहरी फुट ओवरब्रिज व अन्य जगहों पर कई ऑटो चालक पहुंच जाते हैं जो किसी भी ट्रेन पहुंचने पर तुरंत ही सवारी ले जाने के लिए खड़े रहते हैं. इसके लिए रेलवे की ओर से स्टेशन परिसर स्थित शिव मंदिर के पास ऑटो स्टैंड बनाया गया है, लेकिन ऑटो स्टैंड में ऑटो न खड़ा कर प्लेटफॉर्म के पास नजदीक खड़ा करके रेलयात्रियों को जबरन बैठाने की कोशिश करते हैं. रिजर्वेशन काउंटर के बाहर रोड के किनारे ऑटो खड़ा कर देने के कारण रेलयात्री टिकट भी खरीदने में परेशानी हो रही है, क्योंकि टिकट वेंडिंग मशीन रिजर्वेशन काउंटर के पास ही लगी हुई है. गया रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ रहती है. करीब 60 हजार यात्री प्रतिदिन आवागमन कर रहे हैं. इस वजह से स्टेशन से लेकर स्टेशन के बाहर तक जबरदस्त भीड़ लगी रहती है. स्टेशन पहुंचने वाले यात्री के परिजन अपने पर्सनल वाहन से छोड़ने आते हैं. इस वजह से भी कारों की लाइन लग जाती है. उसमें ऑटो वाले और भीड़ लगाते हैं. सवारी को बैठाने के चक्कर में बीच रोड पर ही ऑटो लगा देते हैं. ऑटो वालों की मनमानी से सभी लोग परेशान है. इस पर पुलिस अधिकारियों से लेकर रेलवे अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है. यहीं वजह है कि हर दिन रेलयात्रियों को गया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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