कांडी प्रखंड की दो महत्वपूर्ण सड़के इस वर्ष भी बरसात के पूर्व नहीं बन सकी है. इससे दर्जनों गांव के लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ेगी. विदित हो कि सोहगड़ा मोड़ से गरदाहा हाई स्कूल मोड़ तक का गर्वनर रोड तथा मोखापी मोड़ से कांडी तक की इन दोनों सड़कों का शिलान्यास गत 10 जनवरी को स्थानीय विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने किया था. इसके बाद सड़क का निर्माण कार्य संवेदक ने शुरू किया था. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत उक्त सड़कों का निर्माण स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है. दोनों सड़कों के छोटो पुल-पुलिया का निर्माण पूरा कर लिया गया है. सड़कों में मिट्टी से साइड फिलिंग भी पूरा कर ली गयी है. लेकिन इसके बाद पिछले कई महीनों से निर्माण कार्य बंद है. गौरतलब है कि 10 दिनों के बाद बरसात का मौसम शुरू हो जायेगा. इस क्षेत्र में अमूमन 15 जून के बाद बरसात का मौसम शुरू हो जाता है. इसके बाद सड़क निर्माण बंद हो जायेगा. विशेषकर कालीकरण सड़क का निर्माण बरसात में संभव नहीं हो पायेगा. इससे पूर्व गवर्नर रोड का निर्माण 10 वर्ष पूर्व वर्ष 2013-14 में किया गया था. वर्तमान में दोनों ही सड़के चलने लायक नहीं हैं.
नयी तकनीक से बनेगी सड़क, इसलिए हो रही है देर : कनीय अभियंता
इस संबंध में विभाग के कनीय अभियंता सरयू राम ने बताया कि निर्माणाधीन सड़कों का निर्माण कार्य अब सड़क निर्माण की नयी तकनीक, एफडीआर (फुल डेप्थ रीक्लेमेशन) मेथड के तहत होना है. इसकी प्रक्रिया शुरू है. नयी पद्धति के तहत अब सड़क निर्माण में पत्थर का इस्तेमाल नहीं करना है. उक्त सड़कों के निर्माण के लिए जांच प्रक्रिया जारी है. सड़क का कोर टेस्टिंग के लिए सड़क से मिट्टी संग्रह कर जांच के लिए भुवनेश्वर के लैब में भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है