जिलाधिकारी ने जाह्नवी चौक- इस्माइलपुर तटबंध का किया निरीक्षण
प्रतिनिधि, गोपालपुर
जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने जाह्नवी चौक तटबंध व इस्माइलपुर में चल रहे कटाव निरोधी कार्य का निरीक्षण किया. मौके पर नवगछिया पुलिस अधीक्षक पूरण कुमार झा, एसडीओ उत्तम कुमार, एसडीपीओ ओम प्रकाश, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मदरौनी के समीप 2014 में कटाव हुआ था. स्पर संख्या नौ से कुरसेल तक 11.5 किलोमीटर में नये तटबंध के निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है. उन्होंने कहा कि हम प्रयासरत हैं कि यथाशीघ्र सभी कार्य करवाया जा सके. आम जनता से भी अपील की कि जनता के जीवन को सुगम और सरल बनाने के लिए ही कटाव निरोधक कार्य किया जा रहा है. इसलिए कार्य करने वाली पूरी टीम को मदद करें, कोई सूचना हो तो टीम को बताएं. डीएम ने बताया कि जिले के विभिन्न तटबंधों में संभावित बाढ़ पूर्व तैयारी के मद्देनजर कटाव स्थलों की मरम्मत करायी जा रही है.मानसून सिर पर और आधा भी नहीं हुआ है काम
डीएम के निरीक्षण के दौरान सामने आया कि तटबंध के दो स्थानों पर कटाव निरोधक कार्य आधा भी नहीं हो सका है. जबकि, मानसून अब जल्दी ही पहुंचने वाला है. जाह्नवी चौक-इस्माइलपुर तटबंध में बिंद टोली के समीप स्पर छह एन तथा स्पर आठ तक चल रहे कटाव निरोधक कार्य के निरीक्षण के दौरान स्पर छह एन के नोज तथा स्पर छह एन के डाउन स्ट्रीम तटबंध पर चल रहे कटाव निरोधक कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल नवगछिया के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि इन दोनों स्थलों पर 44% कार्य पूरा हो गया है. स्पर- आठ तथा स्पर- नो के पास चल रहे कटाव निरोधक कार्य 72% पूर्ण हो गया है.कोसी के दायें तटबंध पर बने त्रिमुहानी-कुरसेल तटबंध में मदरौनी के पास किया निरीक्षण
जिलाधिकारी के द्वारा कोसी नदी के दायें तटबंध पर बने त्रिमुहानी-कुरसेल तटबंध में मदरौनी गांव के पास निरीक्षण किया गया. गंगा नदी के बायें तट पर बने काजीकोरिया-राघोपुर मार्जिनल बांध का भी निरीक्षण किया गया. कार्यपालक अभियंता के द्वारा बताया गया कि इस तटबंध के नोज ए बी सी डी पर चल रहे कार्य लगभग 24% किया जा चुका है. जिलाधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि जिले में बाढ़ से सुरक्षा को लेकर कई तटबंधों के कटाव स्थलों पर कटाव निरोधक कार्य चल रहे हैं. जिनका निरीक्षण पूरी टीम के साथ किया गया. इस दौरान नदी के प्रवाह को भी देखा जा रहा है. बीते वर्षों में नदी ने कई बार अपना मार्ग बदला है जिसे चिह्नित किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है