भरगामा. प्रखंड क्षेत्र में पावर ग्रिड बनाने की मांग जोड़ पकड़ने लगी है. बताया जाता है कि हल्की बारिश या तूफान में भी 33 हजार ब्रेक डाउन हो जाता है. जिस कारण घंटों बिजली बाधित रहती है. वहीं बिजली की इस समस्या से आमजन ही नहीं किसान व व्यापारी वर्ग भी परेशान हो जाते हैं. बताया जाता है कि प्रखंड में पचास किलोमीटर दूरी यथा अररिया व फारबिसगंज से बिजली आती है. अत्यधिक लोड या ठनका गिरने से 33 हजार का इंसुलेटर फट जाता है. बिजली की इस समस्या से भरगामा ही नहीं वरन रानीगंज प्रखंड के लोग भी परेशान हैं. बताया जाता है कि अररिया या फारबिसगंज से आने वाले 33 हजार पर रानीगंज के 32 व भरगामा के 20 पंचायत यानी 52 पंचायत का लोड है. इसी से 06 पावर सब स्टेशन का लोड भी है. वहीं एग्रीकल्चर, ग्रामीण क्षेत्र व कमर्शियल लोड चल रहा है. लोगों का कहना है कि सीमावर्ती सुपौल में बिजली नहीं कटती है. लेकिन अररिया जिले के रानीगंज व भरगामा प्रखंड के लोग बिजली समस्या से त्रस्त है. यही कारण है कि लोग इस मामले में आंदोलन का मूड बनाने लगे हैं. मुखिया संघ अध्यक्ष भागवत दास ने कहा कि इस समस्या से रानीगंज व भरगामा प्रखंड के लोग परेशान हैं. उन्होंने भरगामा या रानीगंज में पावर ग्रिड बनाने की मांग की है. ताकि दोनों प्रखंड के लोगों को समुचित बिजली मिले.
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