बछवाड़ा. प्रखंड क्षेत्र के रानी एक पंचायत में मनरेगा योजना अंतर्गत संचालित कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. गुरुवार की देर रात मनरेगा योजना में जेसीबी मशीन के उपयोग को देख ग्रामीणों ने इसका जबरदस्त तरीके से विरोध किया. मामले को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि रानी एक पंचायत के वार्ड संख्या दस महादलित टोला में पंचायत के द्वारा सामुदायिक शौचालय के चारों तरफ समतलीकरण कार्य संचालित हो रही है. जहां 26 मई को कार्य स्थल पर ट्रैक्टर से मिट्टी डालने का कार्य शुरू किया गया था. जबकि उक्त तिथि से पूर्व ही संभवत: मास्टर रौल की तिथि समाप्त हो चुका था. उन्होंने बताया कि योजना कार्य में ट्रैक्टर से मिट्टी डाला गया, कार्य के दौरान कोई मजदूर का इस्तेमाल स्थल पर नहीं किया गया. गुरुवार को रात्रि में उक्त कार्य स्थल पर ट्रैक्टर से डाले गए मिट्टी के ढेर को जेसीबी मशीन से समतलीकरण किया जा रहा था. जिसे देखते ही स्थानीय ग्रामीणों ने कार्य स्थल पर पहुंचकर कार्य कर रहे जेसीबी मशीन का जबरदस्त तरीके से विरोध करते हुए जेसीबी कार्य का वीडियो बनाते हुए संबंधित पदाधिकारी को भेजते हुए शिकायत की. ग्रामीणों ने बताया कि उक्त कार्य स्थल पर कभी कोई मजदूर का इस्तेमाल नहीं किया गया है बल्कि मजदूरों की हकमारी कर मशीनों का इस्तेमाल किया गया है. जिसकी नियमानुसार मजदूरों को अपने गांव में हीं कार्य उपलब्ध कराने एवं उन्हें 100 दिन प्रति वर्ष रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना चलाई जा रही है. मगर रानी एक पंचायत के मनरेगा कार्यशैली के वास्तविकता को देखा जाए तो मनरेगा नियमों को ताक पर रखते हुए सरकारी कार्यशैली को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. मौके पर स्थानीय ग्रामीण राकेश यादव,ओमप्रकाश यादव,अजीत कुमार,रविन्द्र कुमार,विक्कु कुमार,विक्की यादव समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पदाधिकारी के दोषी व्यक्ति पर कार्यवाही नहीं किया जाएगा तो हमलोग आन्दोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे. मामले को लेकर मनरेगा पदाधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि रानी एक पंचायत के वार्ड संख्या दस में कार्य के दौरान अनियमितता की शिकायत मिली है, जांचोपरांत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी.
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