गोपालगंज. शुक्रवार को मौसम अचानक बदल गया. सुबह से ही तेज धूप होने के साथ ही पुरवा हवा चलती रही. इससे एक बार फिर गर्मी बढ़ गयी है. दोपहर एक बजे ही अधिकतम तापमान भी 42.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. इस वजह से गर्मी के साथ-साथ बेचैनी भी बढ़ गयी है. तपिश की तल्खी वैसी ही रही. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नम हवाओं के आने से रात में बादलों की आवाजाही के बीच गर्मी और उमस में कोई फर्क नहीं पड़ा. दोपहर को घर के बाहर निकलने पर गर्म हवा के थपेड़े लगते रहे. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के मुताबिक वेट बल्ब तापमान रहने से गर्मी 45 डिग्री से अधिक महसूस हो रही. पांच दिन तक इसी तरह गर्मी झेलनी होगी. शरीर से पसीना निकलते ही चमड़ा झुलसने लगा. नमी 37 प्रतिशत होने के बाद भी लोग बेचैन रहे. दिन में बिजली के कटने के साथ ही लोग हीट से अपना आपा खो रहे हैं. गर्मी इस साल रिकॉर्ड बना रही है. मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री, तो रात का पारा 31.1 डिग्री पर पहुंच गया. आर्द्रता 37 प्रतिशत तो शाम को पुरवा हवा 14 किमी की रफ्तार से चली. अगले दो-तीन दिनों तक तेज धूप होने के साथ ही गर्मी भी बढ़ने की संभावना है. 15 जून के बाद से मौसम में कुछ बदलाव के आसार हैं. बढ़ती उमस के बीच गोपालगंज में हो रही बिजली कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया है. बिजली के ओवरलोड से ट्रांसफाॅर्मर जल रहे हैं. शुक्रवार को किसी क्षेत्र में 19 घंटे तो किसी सबस्टेशन से 18 से 15 घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही. इसके अलावा फॉल्ट, ट्रिपिंग और अन्य तकनीकी गड़बड़ियों के चलते बीच-बीच में 20 हजार घरों की बिजली गुल रही. भीषण गर्मी और उमस के बीच उपभोक्ता बेहाल रहे. गर्मी में होने वाले फॉल्ट से लोग हलकान हैं. करीब 100 ट्रांसफाॅर्मर, केबल, एचटी-एलटी सर्किट आदि बदले गये, लेकिन भीषण गर्मी में पड़े ओवरलोडेड ये उपकरण एक गर्मी भी नहीं झेल पाये.
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