अयोध्या: फैजाबाद लोकसभा (Ayodhya Lok Sabha) सीट हारने से बीजेपी व उसने नेता दबाव में हैं. लोकसभा 2024 चुनाव राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर बीजेपी ने लड़ा था. नारा दिया था कि जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे. 4 जून को सभी दावों को फेल करते हुए अयोध्या जिले की फैजाबाद लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी ने जीत ली. इसके बाद से ही अयोध्या और वहां के वोटर को लेकर कुछ न कुछ सोशल मीडिया पर चल रहा है.
सपा जीती पांचों विधानसभा
फैजाबाद लोकसभा (Ayodhya Lok Sabha) में पांच विधानसभा आतीत हैं. इनमें से तीन पर बीजेपी और दो सपा का कब्जा है. लोकसभा चुनाव में पांचों ही सीट पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की है. लेकिन मतगणना के आंकड़ों पर नजर डालें तो जहां राम मंदिर बना है वहां के सात बूथ को मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ वोट किया और बीजेपी के लिए एकतरफा वोटिंग की है.
मंदिर क्षेत्र के बूथ पर बीजेपी को बढ़त
अयोध्या धाम (Ayodhya Lok Sabha) के निवासियों के लिए पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटरा और पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटरा-2 में पोलिंग बूथ बनाए गए थे. पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटरा के पोलिंग के आंकड़ों को देखें तो बूथ नंबर 156 पर कुल 380 वोट पड़े हैं. जिसमें बीजेपी को 325 और समाजवादी पार्टी को 44 वोट मिले. बूथ नंबर 157 पर 390 वोट पड़े. यहां बीजेपी को 292 और समाजवादी पार्टी को 94 वोट मिले. बूथ नंबर 158 पर 307 वोट पड़े. इस बूथ पर बीजेपी को 243 और सपा को 57 वोट मिले. इसी तरह बूथ नंबर 159 पर 517 वोट पड़े. यहां बीजेपी को 312 और सपा के पक्ष में 185 वोट पड़े.
सिर्फ एक बूथ पर सपा आगे
इसी तरह (Faizabad Lok Sabha) पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटर-2 के बूथ नंबर 160 में 349 वोट पड़े. यहां बीजेपी को 251 और सपा को 93 वोट ही मिले. वहीं बूथ नंबर 161 ऐसा ही ऐसा रहा जहां समाजवादी पार्टी को कुछ बढ़त मिली है. इस बूथ के 521 वोटों में समाजवादी पार्टी को 262 वोट मिले हैं. इस तरह देखा जाए तो राम मंदिर क्षेत्र में बीजेपी के समर्थन में लोगों ने वोट किया. यहीं नहीं बीजेपी के प्रत्याशी लल्लू सिंह और मेयर गिरीश त्रिपाठी के बूथ पर बीजेपी ने जीत हासिल की है. मालूम हो कि फैजाबाद में बीकापुर, रुदौली, अयोध्या बीजेपी के कब्जे में हैं. वहीं गोसाईगंज सीट के विधायक अभय सिंह भी राज्यसभा चुनाव के समय बीजेपी के पाले में चले गए थे. हालांकि उन्होंने अभी समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ी है.