Mamata Banerjee : पश्चिम बंगाल में इस बार लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने राज्य की 42 सीटों में से 29 पर जीत हासिल की है. मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शनिवार की शाम को यहां कालीघाट स्थित अपने आवास में पार्टी के नवनिर्वाचित 29 सांसदों, तृणमूल के जिलाध्यक्षों व अन्य नेताओं के साथ बैठक की. बैठक में सांसद व तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी शामिल हुए, जिन्होंने तीसरी बार डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से भारी मतों से जीत हासिल की है.
नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए : ममता बनर्जी
सुश्री बनर्जी ने नवनिर्वाचित सांसदों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में लोकसभा में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की, साथ ही लोकसभा व राज्यसभा में तृणमूल दल के नेताओं, उप नेताओं व मुख्य सचेतकों का चयन किया. बैठक समाप्त होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा इस जनादेश के बाद भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए. आज भले ही ‘इंडिया’ गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कल ऐसा नहीं होगा. भाजपा अलोकतांत्रिक तरीके से सरकार बनाने जा रही है. देखते हैं राजग सरकार कितने दिन चलती है. यह तय है कि केंद्र में राजग सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी.
हर स्थिति पर तृणमूल रख रही है नजर
‘I.N.D.I.A’ गठबंधन में शामिल तृणमूल को लेकर सुश्री बनर्जी ने आगे कहा कि “देश को बदलाव की जरूरत है, हम (तृणमूल) हर स्थिति पर नजर रख रहे हैं. शनिवार को हुई बैठक में हमने अपनी पार्टी की रणनीति पर चर्चा की है. सीएए को रद्द किया जाना चाहिए, हम संसद में सीएए और एनआरसी रद्द करने की मांग उठाएंगे. केंद्र को सभी राज्यों का बकाया चुकाना होगा.” उन्होंने भाजपा पर हमला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में चार से ज्यादा सीटों पर धांधली के जरिये तृणमूल को हराया गया. निर्वाचन आयोग की भूमिका निष्पक्ष नहीं रही, यदि ऐसा नहीं होता, तो तृणमूल बंगाल से 35 सीटों पर विजय हासिल कर चुकी होती. इस बार 192 विधानसभा क्षेत्रों में तृणमूल का वोट प्रतिशत ज्यादा रहा, जबकि भाजपा का 90 विधानसभा सीटों पर. गत लोकसभा चुनाव में बंगाल में तृणमूल का करीब 161 विधानसभा क्षेत्रों में वोट प्रतिशत ज्यादा था, जबकि भाजपा का 121 क्षेत्रों में. लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव अलग होता है. हम राज्य में अगले विधानसभा चुनाव में भी अच्छा नतीजा करेंगे.
गैर संवैधानिक व गैर कानूनी पार्टी को सरकार बनाने की शुभकामनाएं नहीं : सीएम
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बातचीत में भाजपा नीत राजग सरकार के गठन का जिक्र करते हुए कहा, “मैं माफी चाहती हूं, लेकिन गैर संवैधानिक, गैर कानूनी पार्टी को सरकार बनाने के लिए मैं शुभकामनाएं नहीं दे सकती हूं. मेरी शुभकामना देश के लिए रहेगी, जो भी सांसद हैं उनसे कहूंगी कि आप अपनी पार्टी को मजबूत बनायें. हम आपकी पार्टी (भाजपा) नहीं तोड़ेंगे, लेकिन आपकी पार्टी में अंदर से ही टूट होगी, आपके पार्टी में लोग खुश नहीं हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “भाजपा की सरकार में शेयर बाजार में घोटाला की आशंका को भी खारिज नहीं किया जा सकता है. कोई कैसे चुनाव परिणाम होने के पहले ही इसके रिजल्ट की घोषणा कर सकता है. हम (तृणमूल) देखेंगे कि इसको लेकर क्या कानूनी कदम उठाया जा सकता है.
तृणमूल के नवनिर्वाचित सांसदों को ममता का निर्देश, बैठे नहीं रहना होगा
तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नवनिर्वाचित हुए सांसदों को निर्देश दिया है कि उन्हें बैठे नहीं रहना होगा, यानी उन्हें जनता के कार्यों के प्रति सक्रिय रहना होगा. जनता के हित को लेकर संसद में आवाज बुलंद करनी होगी. साथ ही कुछ केंद्रीय योजनाओं की राशि से बंगाल को वंचित किये जाने व केंद्र की अन्य जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना होगा. मुख्यमंत्री बनर्जी ने तृणमूल के नवनिर्वाचित सांसदों, विशेष रूप से उन सांसदों को विशेष रूप से बधाई दी जो पहली बार चुने गये हैं, जिनमें युसूफ पठान, रचना बनर्जी, मिताली बाग, जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया शामिल हैं. युसूफ पठान को बहरमपुर लोकसभा सीट में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को हराने पर तारीफ करते हुए ‘जाइंट किलर’ का तमगा भी दे दिया. साथ ही अभिषेक बनर्जी के जीत के मार्जिन को लेकर भी उन्हें सराहा है.
सुदीप, कल्याण व डेरेक पर भरोसा बरकरार
तृणमूल प्रमुख बनर्जी का पार्टी के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय, कल्याण बनर्जी व डेरेक ओब्रायन पर भरोसा बरकरार रहा है. इस बार भी लोकसभा में तृणमूल दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ही रहेंगे. लोकसभा में तृणमूल की उप नेता डॉ काकोली घोष दस्तीदार रहेंगी, जबकि मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) कल्याण बनर्जी ही रहेंगे. राज्यसभा में तृणमूल दल के नेता डेरेक ओब्रायन ही रहेंगे, जबकि उप नेता की जिम्मेदारी सागरिका घोष संभालेंगी. राज्यसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक नदीमुल हक होंगे. सुश्री बनर्जी ने यह घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने डेरेक ओब्रायन, डोला सेन, नदीमुल हक और सागरिका घोष को हरियाणा में आंदोलनरत किसानों से मिलने को कहा है. उनके ‘डेली वेज’ की मांग को भी उठाया जायेगा.
तृणमूल ने बंगाल में वर्चस्व रखा है कायम
इस बार हुए लोकसभा चुनाव में तृणमूल ने पश्चिम बंगाल में अपना वर्चस्व कायम रखा है और पार्टी ने प्रदेश की 42 में से 29 लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है. राज्य में, मुख्य विपक्षी दल भाजपा की सीट संख्या घट कर 12 रह गयी, जबकि कांग्रेस को केवल एक सीट पर जीत मिली. कालीघाट में हुई बैठक में पार्टी के लोकसभा सदस्यों के अलावा राज्यसभा सदस्य और जिला अध्यक्षों ने हिस्सा लिया था.
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