मारगोमुंडा . प्रखंड क्षेत्र के समलापुर से जियनपुर होते हुए नैयाडीह घोरमोरा सीमा तक जाने वाली सड़क काफी जर्जर हो गयी है, जिसके कारण ग्रामीणों का भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव से प्रखंड मुख्यालय तक जाने के लिए अच्छी सड़क नहीं रहने के कारण वहां तक जाने के लिए उबड़-खाबड़ सड़क से होकर जाना पड़ता है. बताया कि सड़क इतनी अधिक जर्जर हो गयी है कि पगडंडी के सहारे चलना पड़ता है. मुख्य सड़क से घोरमोरा तक कि दूरी पांच किमी है. इस सड़क से उक्त गांव के ग्रामीण आवागमन करते हैं. लेकिन कई दशक के बाद भी उक्त दोनों गांवों के लोगों को अच्छी सड़क नहीं मिल पायी. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि शाम ढलने के बाद उक्त सड़क से आवागमन करना खतरे से खाली नहीं है. पत्थरीली सड़क पर आवागमन करते समय आये दिन दुर्घटना होती रहती है. ग्रामीणों ने बताया कि बीमारी को उक्त सड़क से अस्पताल तक पहुंचाने में ओर अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. अब तक पक्की सड़क नहीं बनने से ग्रामीण परेशान हाल में आवागमन करने पर मजबूर हैं. ग्रामीणों ने पक्की सड़क निर्माण कराये जाने की मांग की है.
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