प्रतापपुर. प्रखंड की प्रतापपुर पंचायत के नागलोक गांव में पानी को लेकर हाहाकार मचा है. भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. इस समस्या से परेशान लोगों को गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा. उन्होंने खराब पड़ी जलमीनार के पास पहुंच कर प्रदर्शन किया और इसे दुरुस्त कराने की मांग की. ज्ञात हो कि गांव में लगा एक चापानल का जलस्तर काफी नीचे चला गया है, जिससे पानी नहीं निकल रहा है. दो जलमीनार है, वह भी खराब पड़ी है. गांव के लोग आधा किमी दूर प्रतापपुर व बभने गांव से पानी लाने को विवश हैं. गांव की आबादी लगभग 200 है. गांव में पानी की समस्या ऐसी है कि सुबह होते ही लोगों को पानी की चिंता सताने लगती है. लोग पानी की जुगाड़ में लग जाते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि हर बार गर्मी के मौसम में पानी समस्या से जूझना पड़ता है. खराब पड़ी जलमीनार को बनाने की दिशा में किसी तरह की पहल नहीं की जा रही है. उन्होंने डीप बोरिंग करा कर पेयजल संकट दूर करने की मांग की. मौके पर सहिया देवी, महावीर भारती, रीता देवी, विशुन भारती, सुरेश भारती, रघुवीर भारती, सबिता देवी, सुनीता देवी समेत कई शामिल थे. इस संबंध में मुखिया बसंती देवी ने कहा कि मंत्री व उपायुक्त से गांव में डीप बोरिंग कराने की मांग करेंगे. बता दें कि जिले में भीषण गर्मी पड़ रही है. जिले के अधिकतर जलस्रोत सूख गये हैं. पानी के लिए लोग परेशान हैं. जो किसान नदी के भराेसे फसल लगाते हैं, नदी सूख जाने से चिंतित हैं कि पटवन कैसे करें. वहीं मवेशी पालक इस बात से परेशान हैं कि पीने के पानी की जुगाड़ तो किसी तरह कर लेते हैं, लेकिन मवेशियों के लिए कहां से पानी की व्यवस्था करें. अधिकतर नदी, तालाब, कुएं सूख चुके हैं, मवेशी भी पानी के लिए भटक रहे हैं.
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