हेरहंज. प्रखंड के नवादा गांव स्थित अंबवाटोली निवासी स्व. सुधीर उरांव का पुत्र प्रेम कुमार (10 वर्ष) गांव में ही फायर क्ले माइंस में बने तालाबनुमा गड्ढे में शुक्रवार को नहाने के क्रम में गहरे पानी में चला गया था. घटना के करीब 26 घंटे बाद भी उसका पता नहीं चल सका है. शनिवार की सुबह आठ बजे से चौपारण से आयी गोताखोरों की टीम ट्यूब के सहारे बालक की खोज मेें लगी थी. लातेहार विधायक बैद्यनाथ राम, एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम, बीडीओ सह सीओ प्रदीप कुमार दास, थाना प्रभारी विक्रम कुमार, उपप्रमुख विजय उरांव व मुखिया प्रीति कुजूर घटनास्थल पर मौजूद थे.
गहरे पानी के कारण रेस्क्यू में हो रहा विलंब
चौपारण से आयी गोताखोर टीम के मो आलम व गुड्डू मस्तान ने विधायक को बताया कि हमलोगों ने कई बार आवेदन देकर ऑक्सीजन की मांग चतरा डीसी व एसपी से की है. पर हमें आज तक ऑक्सीजन नहीं मिला. इस कारण हमलोग कई बार नाकाम हो जाते है. बगैर ऑक्सीजन हमलोग करीब 15 फिट गहरे तक जा सकते है. यह तालाबनुमा गड्ढा 30 फिट से भी अधिक गहरा है.दोपहर बाद पतरातू से पहुंची एनडीआरएफ की टीम
विधायक व प्रशासन की पहल पर शनिवार दोपहर यहां एनडीआरएफ की टीम पहुंची है. टीम लगातार तालाब में बालक की तलाश कर रही है. खबर लिखे जाने तक उन्हें भी सफलता नहीं मिल पायी थी. बच्चे की मां का रो-रो कर बुरा हाल है. विधायक ने उन्हें सांत्वना दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है