मोतिहारी. सदर अस्पताल का महिला चिकित्सा विभाग टुकड़ों में विभक्त होकर चल रहा है. मातृ व शिशु अस्पताल में महिलाओं का ओपीडी चल रहा है, तो पुराने भवन में ऑपरेशन थिएटर व मेटरनिटी वार्ड का संचालन किया जा रहा है. इससे मरीजों को परेशानी हो रही है. बताया जाता है कि 21 करोड़ की लागत से मातृ व शिशु अस्पताल का निर्माण इस उद्देश्य से किया गया कि एक ही छत के नीचे महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी सारी सुविधाएं मिल सके, जिसमें उनका स्वास्थ्य संबंधी जांच, महिला ओपीडी, ऑपरेशन थियेटर, मैटरनिटी वार्ड का संचालन शुरू कर दिया गया, लेकिन हालत यह है कि वह अब टुकड़ों में बंट कर संचालित हो रहा है. गत दिनों एक महिला का सिजेरियन होना था. अचानक पावर फेल हो गया. विद्युत पेनल खराब हो गयी, जिससे अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. उसके बाद सीएस के आदेश पर ऑपरेशन आदि का कार्य अभी पुराने भवन में ही चले, जब पावर पैनल ठीक हो जायेगा, उसके बाद उसे संचालित किया जायेगा. इधर मरीजों को इस उमस भरी गर्मी में कभी एमसीएच बिल्डिंग तो कभी पुराने बिल्डिंग का चक्कर लगाना पड़ता है. इस संबंध में सीएस डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि एमसीएच बिल्डिंग के विद्युत पैनल को ठीक करने के लिए विभागीय व्यक्ति को भेजा गया है. इसके दुरूस्त होने पर फिर से सभी सेवाएं बहाल हो जाएगी.
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