संवाददाता, पटना पैक्स चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गयी है. जीत के लिए तमाम जोड़-घटाव शुरू हो गये हैं. समर्थक और विरोधी पैक्स सदस्यों की शिनाख्त पैक्स के वर्तमान अध्यक्षों और संभावित प्रत्याशियों ने शुरू कर दी है. इस कड़ी में वोटर लिस्ट पर सभी की नजर है. अधिक से अधिक अपने समर्थकों को पैक्स का सदस्य बनाने पर जोर दिया जा रहा है. वर्तमान में जीते अध्यक्ष विरोधी सदस्यों की संख्या नहीं बढ़ने देना चाह रहे. राज्यभर से कुल 53 हजार लोगों के सदस्य बनाने पर अड़ंगा डाला गया है. ये 53 हजार लोगों सदस्यता नहीं देने के विरोध में अपील में चले गये हैं. सहकारिता कोर्ट में अपील कर सदस्यता देने की मांग की है. सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार के समक्ष इस मामले को प्रस्तुत किया गया है. मंत्री ने इस मामले का निबटारा नियमों के अनुसार शीघ्र करने का निर्देश दिया है. सितंबर से दिसंबर में चुनाव, 1.40 करोड़ वोटर : इस साल राज्य के पैक्सों, दूध उत्पादक समितियों और दूध संघों में चुनाव होना है. राज्य के 8463 पैक्सों में अधिकांश का कार्यकाल इस साल सितंबर से दिसंबर में पूरा हो रहा है. लगभग 80 से 90 फीसदी पैक्सों में चुनाव होना है. 1 करोड़ 40 लाख वोटर मतदान में शामिल होंगे.
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