Kishan Reddy: जी किशन रेड्डी ने मोदी 3.0 सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ली. इससे पहले वाली सरकार में भी रेड्डी को मंत्री बनाया गया था. उनके पास पर्यटन , संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्रालय था. राज्य में भाजपा ने 17 लोकसभा सीट में से आठ पर जीत हासिल की है. उन्होंने कहा कि लोग मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. रेड्डी एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली पहली पीढ़ी के नेता होने के नाते काफी कठिनाइयों के बावजूद सफलता हासिल की है. रेड्डी (64) ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सिकंदराबाद लोकसभा सीट 49,000 से अधिक मतों के अंतर से बरकरार रखी और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के दानम नागेंद्र को हराया.
अगले पांच साल जोश के साथ सरकार काम करेगी
तेलंगाना भाजपा प्रमुख जी किशन रेड्डी ने कहा, पीएम मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले दूसरे व्यक्ति होंगे. हमें पूरा विश्वास है कि पिछले 10 सालों में देश के विकास के लिए, देश में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए, आतंकवाद को रोकने के लिए, देश में गरीबों की सेवा के लिए जो भी काम नरेंद्र मोदी ने किया है, वो आने वाले 5 सालों में भी उसी जोश के साथ जारी रखेंगे.
सिकंदराबाद को दिया धन्यवाद
जी किशन रेड्डी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, मुझे इस निर्वाचन क्षेत्र की सेवा करने के लिए एक और कार्यकाल देने के लिए सिकंदराबाद का धन्यवाद. मैं एक बार फिर से उनकी सेवा करने के लिए मुझपर लोगों द्वारा अटूट विश्वास जताने पर उन्हें नमन करता हूं. नयी प्रतिबद्धता के साथ, मैं लोगों के कल्याण और हमारे शहर के विकास को प्राथमिकता देने का संकल्प लेता हूं.
1977 में एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया
हैदराबाद के पास तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में मध्यम वर्गीय किसान परिवार में जन्मे रेड्डी ने 1977 में एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया. उन्होंने भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और भाजपा के युवा मोर्चा (भाजयुमो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है. केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने गृह, पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास विभागों का कार्यभार संभाला और वे तीन बार विधायक भी रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा प्यार से ‘किशन अन्ना’ कहे जाने वाले किशन रेड्डी ने जनता पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया. वे 1980 में भाजपा की स्थापना के समय ही पार्टी में शामिल हुए और धीरे-धीरे एक के बाद एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालते हुए पार्टी में आगे बढ़ते गए। वे 1980-81 में भाजयुमो, रंगा रेड्डी जिला समिति के संयोजक थे और 1986 में अविभाजित आंध्र प्रदेश में भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष बने.
किशन रेड्डी ने 2002 से 2004 तक भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्य किया
किशन रेड्डी ने 2002 से 2004 तक भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. जब वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने दुनिया भर में आतंकवाद से लड़ने के लिए एक गैर-राजनीतिक संगठन आतंकवाद के खिलाफ विश्व युवा परिषद (डब्ल्यूवाईसीएटी) की स्थापना की. उन्होंने नयी दिल्ली में डब्ल्यूवाईसीएटी के तत्वावधान में आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलन (आईवाईसीटी) का आयोजन किया. वह पहली बार 2004 में और बाद में 2009 और 2014 में लगातार दो बार विधायक चुने गए. उन्होंने मार्च, 2010 से मार्च, 2014 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश में भाजपा के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया. किशन रेड्डी 2014 में नवगठित राज्य तेलंगाना में भाजपा के पहले अध्यक्ष बने. वह 2016 से 2018 के दौरान तेलंगाना विधानसभा में भाजपा के नेता भी थे.
पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री बने थे किशन रेड्डी
किशन रेड्डी 2019 में सिकंदराबाद से लोकसभा के लिए चुने गए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में राज्य मंत्री (गृह) बने. उन्हें जल्द ही 2021 में कैबिनेट मंत्री बना दिया गया और उन्हें पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास का प्रभार सौंपा गया. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में, उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार डी नागेंद्र और बीआरएस उम्मीदवार टी पद्मराव गौड़ से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा. तेलंगाना होम गार्ड्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने होमगार्ड्स के समर्थन में कई बार भूख हड़ताल सहित कई विरोध प्रदर्शन किए.