जमुई. जिला मुख्यालय स्थित हरिओम सेवा सदन के चिकित्सक डॉ मनीष कुमार के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार मामले के दो मुख्य आरोपित ने सोमवार को जमुई न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. जबकि शेष अन्य आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है. जानकारी के अनुसार 29 मई को जमुई सदर मुख्यालय स्थित हरिओम सेवा सदन के चिकित्सक डॉ मनीष कुमार के साथ कुछ लोगों ने मारपीट व दुर्व्यवहार किया था. इस घटना में मनीष कुमार घायल हो गये थे तथा उनके द्वारा गाली गलौज करने, मारपीट करने व नर्सिंग होम में तोड़फोड़ करने को लेकर जमुई सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी. इस मामले में जमुई सदर थाना कांड संख्या 325/24 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी थी. लेकिन मामले में आरोपित की त्वरित गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के नेतृत्व में चिकित्सकों ने हड़ताल कर दिया था. सभी चिकित्सकों ने एक दिन के लिए सभी चिकित्सा व्यवस्था को बंद कर आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की थी. इसके बाद पुलिस लगातार आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही थी तथा दबिश देने का प्रयास कर रही थी. पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शौर्य सुमन ने बताया कि इसे लेकर कांड के उद्भेदन के लिए जमुई सदर थानाध्यक्ष अरुण कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था. उक्त टीम के द्वारा लगातार आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही थी. उन्होंने बताया कि छापेमारी व पुलिस दबिश के कारण सोमवार को कांड के प्राथमिकी अभियुक्त थाना चौक निवासी मो मोनू, पिता मो राशिद तथा सदर थाना क्षेत्र के राजानगर निवासी मो शहबाज पिता मो गोरेलाल खान ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल एक अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है.
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