शाहकुंड प्राथमिक विद्यालय सादपुर में कक्षा तृतीय का छात्र छोटू कुमार गर्मी के चपेट में आने से बेहोश हो गया. छात्र को बेहोश देख शिक्षकों के होश उड़ गये और आनन-फानन में पानी का छिड़काव किया. शिक्षकों के प्रयास से छात्र होश में आया. छात्र के बेहोश होने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि स्कूल की शिक्षिका चांदनी कुमारी की गर्मी से हालत बिगड़ गयी. शिक्षिका विद्यालय में उल्टी करने लगी और कुछ देर के लिए अचेत हो गयी. शिक्षकों ने शिक्षिका को घर भेजा. प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार ने बताया कि छात्र के होश में आने के बाद परिजनों को बुला कर उसे घर भेज दिया गया. शिक्षिका की हालत बिगड़ी थी.. प्रखंड क्षेत्र में तपती घूप और उमस भरी गर्मी का सिलसिला निरंतर जारी है.
ओवरलोड ट्रैक्टरों के चलने से सड़क हो रही बर्बाद, ग्रामीणों ने किया जाम
पीरपैंती लीलखुटिया मोड़ से एनएच-80 को जोड़नेवाली पीएमजीएसवाइ योजना से निर्मित ग्रामीण सड़क एक तरफ से बनायी जा रही है, जबकि दूसरी ओर लगातार ओवरलोड ट्रैक्टरों के चलने से बर्बाद हो रही है. इस मार्ग पर पड़नेवाले नारायणपुर, कीर्तनिया गांव के ग्रामीणों के सब्र का बांध सोमवार को फूट पड़ा. लोगों ने ओवरलोड ट्रैक्टरों को खड़ा करवा कर जाम लगा दिया. ग्रामीणों का कहना था कि काफी कागजी कार्रवाई व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बाद सड़क का निर्माण शुरू हुआ है, लेकिन ट्रैक्टर चालकों की मनमानी से सड़क उखड़ने लगी है. जाम की खबर पर इशीपुर थाना के सअनि ब्रजेश सिंह ने जाम स्थल पहुंचकर ट्रैक्टर चालकों को तय मात्रा व आवश्यक कागजात के साथ परिवहन करने का निर्देश दिया व ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम हटवाया. ग्रामीणों ने ओवरलोड ट्रैक्टरों के परिचालन पुनः होने पर आंदोलन की चेतावनी के बाद जाम हटाया.बिहार में राजपूत समाज की उपेक्षा दुर्भाग्यपूर्ण
बिहार का राजपूत समाज कई दशकों से भाजपा समर्थित रहा है. बिहार राजपूत समाज ने उत्साह पूर्वक 2024 के लोकसभा चुनाव में एकतरफा मतदान भाजपा प्रत्याशी को किया. बावजूद इसके बिहार के किसी राजपूत समाज के नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नही करना निराशाजनक है. केंद्रीय मंत्रिमंडल को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर कम से कम एक राजपूत समाज के नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल टीम में शामिल करना चाहिए था.राजस्थान और उत्तर प्रदेश के नाराज राजपूत समाज ने इस लोकसभा चुनाव में मतदान किया वैसे हालात इस उपेक्षा के बाद बिहार में होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. यदि बिहार के राजपूत समाज से एक भी केंद्रीय मंत्री नहीं बनाये जाते हैं, तो करणी सेना राजपूत समाज को एकत्रित कर बिहार में भाजपा का विरोध करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है