-आधार कार्ड सेंटर के बाहर अवैध रूप से 10 रुपये प्रति फॉर्म लोगों से वसूलाइंट्रो : आधार कार्ड की आवश्यकता इतनी बढ़ गयी है कि उसको सही कराने या नया बनवाने के लिए लोग तपती गर्मी और जानलेवा लू की परवाह नहीं कर रहे है. अधिकारियों को इस बात की परवाह नहीं है कि बढ़ती भीड़ को किस तरह से नियंत्रित की जाये. आधार सेंटर पर अप्रत्याशित भीड़ इस गर्मी में जुट रही है. कई जगहों से लोगों के बेहोश होने की भी खबर आयी है. यहां भी यही हाल रहा, तो कुछ भी हो सकता है. आधार सेंटर पर सेवा-सुविधा में विस्तार नहीं करना महंगा पड़ सकता है.
वरीय संवाददाता, भागलपुरसुरखीकल स्थित आधार कार्ड सेंटर के बाहर सोमवार को आवेदकों की भीड़ उमड़ पड़ी. टोटो हड़ताल के बाद भी 550 लोगों ने आवेदन किया. पिछले दो दिनों से रोजाना हजारों लोगों की भीड़ उमड़ रही है. इतना ही नहीं सेंटर के बाहर आवेदन फॉर्म की कीमत 10 रुपये तक अवैध रूप से वसूले जा रहे हैं. अधिक से अधिक इसकी कीमत पांच रुपये तक हो सकते हैं, जबकि सेंटर में यह नि:शुल्क उपलब्ध है. लोगों की मानें तो साइबर कैफे में अतिरिक्त पैसे वसूले जा रहे हैं. फिंगर बायोमेट्रिक अपडेट का 100 रुपये, डेमोग्राफिक का 50 रुपये लगता है, जबकि कैफे में 200 से 400 रुपये तक वसूले जा रहे हैं. दरअसल 15 जून तक आधार कार्ड के केवाइसी का डेट है नहीं, तो राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ेगा. सेंटर के ऑपरेशन मैनेजर विनय कुमार सिंह ने बताया कि राशन कार्ड में फिंगर अपडेट को लेकर भीड़ लग रही है. प्रतिदिन 500 लोगों की क्षमता है, जबकि भीड़ तो हजारों की लग रही है. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए मैनुअल की जगह ऑनलाइन स्लाॅट ओपेन है. लोग चाहें तो घर पर भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. नया आधार कार्ड नि:शुल्क बनाया जाता है. मेंडेट्री बायोमेट्रिक अपडेट दो एज में पांच से सात साल के बीच नि:शुल्क है, जबकि 15 से 17 साल के बीच भी यही स्थिति है.प्रधान डाकघर :
एक कर्मचारी के भरोसे सेंटर, भीड़ में अपनी बारी के इंतजार में बीत गया दिन
अन्य दिनों की तरह प्रधान डाकघर का आधार सेंटर सोमवार को भी एक कर्मचारी के भरोसे चला. भीड़ इतनी जुटी कि संभाले नहीं जा रहा था. कोई नाम में सुधार कराने पहुंचे थे, तो किसी को नया बनवाना था. लोगों ने इस बात की शिकायत वहां के अधिकारी से भी की लेकिन, इस पुराने सिस्टम में बदलाव के लिए कोई पहल नहीं हुआ. लोग जैसे-तैसे डाकघर में काम होने तक पड़ा रहा. रंजीत कुमार ने बताया कि वह तो ऑफिस खुलने के साथ पहुंचे थे. फिर काम कराने में दो घंटा लग गया. सुमित्रा देवी बोली रोज-रोज लौटना पड़ जा रहा था लेकिन, आज काम कराये बिना नहीं जायेंगे. ऐसा ही हाल बीएसएनएल कार्यालय में आधार कार्ड बनाने के लिए था. इस गर्मी में अधिक भीड़ होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. कुछ लोगों ने इसकी शिकायत पीआरओ आलोक कुमार से की. इसके बाद वो आधार कार्ड सेंटर में गये और आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों से बात की. पीआरओ ने बताया कि भीड़ अधिक होने से कुछ परेशानी हुई थी. आउटसोर्सिंग के द्वारा बताया गया कि व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाएगी.
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