उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर प्रो विनोदानंद सिंह स्मृति समिति ने सोमवार को आरडीएस कॉलेज में प्रो विनोदानंद सिंह स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया. इस मौके पर विधि विशेषज्ञ और चाणक्य विधि विश्विद्यालय के कुलपति फैजान मुस्ताफा ने कहा कि बिना संविधानवाद के न लोकतंत्र, न समाजवाद और न धर्मनिरपेक्षता जिंदा रह सकती है, उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देश जहां तानाशाही है, वहां भी संविधान है. राजा के अधीन चलने वाले देश में भी संविधान होता है, लेकिन वहां संविधानवाद नहीं होता है. हिटलर के जर्मनी में संविधान था और सऊदी अरब में भी संविधान है, संविधानवाद नहीं है. राज्य जिसकी शक्ति सरकार के पास होती है, वह हमेशा अपनी शक्ति बढ़ाना चाहती है. संविधानवाद उस पर नकेल कसती है. पुराने ज़माने से व्यक्ति के अधिकार और राज्य के अधिकार में संघर्ष रहा है. संविधानवाद आम आदमी को मजबूत बनाता है. जब सरकार और राष्ट्र एक हो जाता है, तो संविधान मर जाता है. दुनिया और अपने देश में भी इस के उदाहरण मौजूद है. जनता संविधान को समझे उसे बचाने के लिए तत्पर रहे. कभी भी उसपर किसी प्रकार का हमला होता है तो विरोध करे. विशिष्ट अतिथि आरडीएस कॉलेज की प्राचार्या प्रो अनीता सिंह ने कहा कि यह महाविद्यालय का सौभाग्य है कि प्रो फैजान जैसे विद्वान यहां आये हैं. अध्यक्षता अवकाश प्राप्त आयकर अधिकारी अजय कुमार ने की. स्वागत आयोजक शाहिद कमाल ने किया. अतिथियों को अलका सिंह ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया. प्रो अवधेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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