J&K Reasi Bus Terror Attack: आतंकवादियों का पता लगाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है और सुरक्षा बलों की 11 टीमें काम कर रही हैं तथा पोनी तेरयाथ इलाके की कई तरफ से घेराबंदी की गई है. अधिकारियों के मुताबिक, 20 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
आतंकवादी हमले में 9 लोगों की हुई मौत, जम्मू और राजौरी में हाई अलर्ट
आतंकी हमले में नौ लोगों की मौत और 41 लोगों के जख्मी होने के बाद सुरक्षा बलों ने जम्मू और राजौरी जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है तथा जांच तेज कर दी है और इलाके में तलाशी ली जा रही है.
माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही बस पर रविवार को आतंकवादियों ने की थी गोलीबारी
आतंकवादियों ने श्रद्धालुओं को शिव खोरी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर ले जा रही 53 सीट वाली बस पर पोनी इलाके में तेरयाथ गांव के पास रविवार को गोलीबारी कर दी थी. हमले के बाद बस खाई में जा गिरी थी. वाहन में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के श्रद्धालु सवार थे.
राजौरी और रियासी के पहाड़ी इलाकों में छुपे हैं आतंकवादी
सुरक्षा बलों को संदेह है कि पाकिस्तानी आतंकवादी राजौरी और रियासी के पहाड़ी इलाकों में छुपे हुए हैं और उन्होंने क्षेत्र में तलाश अभियान तेज कर दिया है. खबर है कि आतंकवादी सुरक्षित संचार के माध्यम से पाकिस्तान की आईएसआई से निर्देश ले रहे हैं.
लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू हमजा ने हराया हमला
ऐसी रिपोर्ट हैं कि आतंकियों के एक स्थानीय मददगार सहित चार आतंकवादी इस हमले में शामिल थे जिसे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू हमजा के निर्देश पर अंजाम दिया गया. हमले में घायल हुए 41 लोगों में से 10 को गोली लगी है. बस चालक विजय शर्मा की कई गोलियां लगने से मौत हो गई. बस पर 11 स्थान पर गोली लगने के निशान हैं.
आखिरी दम तक लड़ता रहा बस ड्राइवर
जिस बस बुकिंग कंपनी की बस पर हमला हुआ, उसके मैनेजर रंजीत सिंह ने कहा, बस कटरा से शिव खोरी तक रोजाना चलती थी, रोजाना बुकिंग होती थी. लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी गाड़ी के साथ ऐसा हो सकता है. हम कश्मीर में ऐसी बातें सुनते थे, लेकिन यह इलाका सुरक्षित था. हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे साथ ऐसा हो सकता है. सुबह जैसे ही बस चली, हमें 5 बजे फोन आया कि हमारी गाड़ी पर फायरिंग हुई है. जब हमने थोड़ी जांच की, तो पता चला कि यह आतंकवादियों का हमला था. यात्रियों ने हमें बताया कि आतंकवादी बस में चढ़ गया और उसने ड्राइवर से यात्रियों को बस से उतारने को कहा. ड्राइवर को लगा कि वह व्यक्ति आतंकवादी है. उसने यात्रियों को उतारने से मना कर दिया, उसने बस की गति बढ़ा दी. जैसे ही उसने बस की गति बढ़ाई, आतंकवादी ने गोली चला दी. बस का संतुलन बिगड़ गया, लेकिन ड्राइवर बस चलाता रहा. जब ड्राइवर नहीं रुका, तो उसने (आतंकवादी ने) उसके सिर में गोली मार दी और उसे मार डाला. फिर कंडक्टर ने स्टीयरिंग संभाली. जैसे ही उसने ऐसा किया, आतंकवादी ने कंडक्टर पर भी 3-4 गोलियां चलाईं. उसने उन दोनों को मार डाला. बस का संतुलन बिगड़ गया और वह खाई में गिर गई. अगर ड्राइवर ने जाबाजी नहीं दिखाया होता, तो कोई भी यात्री बच नहीं पाता. वे बस में आग भी लगा सकते थे. ड्राइवर ने अच्छा काम किया और 40 यात्रियों के लिए खुद को कुर्बान कर दिया.