पसराहा. बरौनी-कटिहार रेलखंड स्थित पसराहा स्टेशन पर समस्याओं का अंबार है. स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर रेलयात्रियों को बैठने, शौचालय,पानी पीने की समुचित व्यवस्था नहीं है. 42 डिग्री तापमान में भी रेलयात्रियों को खुले में खड़ा होकर ट्रेन पर चढ़ना पड़ता है. ग्रामीण सच्चिदानंद सिंह, रामसेवक सिंह,प्रदीप सिंह व रमन कुमार ने कहा कि पसराहा स्टेशन पर रेलयात्रियों को परेशानी होती है. इस स्टेशन से एक दर्जन से अधिक गांव के हजारों लोग ट्रेन पकड़ने आते जाते हैं. बताया कि दिव्यांग व्यक्तियों को ट्रेन में चढ़ने पर परेशानी होती है. क्योंकि प्लेटफॉर्म का सतह ऊंचा नहीं रहने के कारण परिजन या रेलयात्रियों का सहारा लेना पड़ता है. बताया कि पसराहा स्टेशन से प्रति वर्ष करोंड़ों रुपये की आमदनी होती है, लेकिन व्यवस्था न के बराबर है. स्टेशन पर रौशनी की नहीं है समुचित व्यवस्था बताया कि स्टेशन व प्लेटफॉर्म पर रौशनी की समुचित व्यवस्था नहीं है. इस कारण रेलयात्रियों को ट्रेन पर चढ़ने और उतरने में परेशानी होती है. बताया कि अंधेरे के कारण रेलयात्रियों को चोर उचक्कों को डर समाया रहता है. रेलयात्रियों को छिनतई की डर सताते रहता है. बताया कि रेल संघर्ष समिति द्वारा रेल विभाग को कई पत्राचार भी किया. लेकिन,अब तक सुविधा के संबंध में कोई पहल नहीं किया गया. विभागीय उदासीनता के कारण स्टेशन परिसर में गंदगी का फैला रहता है. स्टेशन मास्टर काटते हैं टिकट बताया जाता है कि स्थानीय स्टेशन पर कर्मियों की कमी है. स्टेशन पर टिकट बुकिंग काउंटर पर कर्मी नहीं है. बताया जाता है कि टिकट बुकिंग काउंटर पर स्टेशन मास्टर द्वारा टिकट काटा जाता है. बताया जाता है कि स्टेशन से प्रतिदिन हजारों रेलयात्री सफर करते हैं. कहते हैं स्टेशन मास्टर पसराहा स्टेशन मास्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि समस्याओं के समाधान के लिए उच्च अधिकारियों का ध्यान है.
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