न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
संवाददाता, कोलकाता
कलकत्ता विश्वविद्यालय इस वर्ष राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूजीसी के दिशा निर्देशों के अनुसार इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इसके लिए कॉलेजों को निर्देश जारी किये जा रहे हैं. कलकत्ता विश्वविद्यालय कॉलेजों को निर्देश जारी करने वाला पहला विश्वविद्यालय है, जो पहली बार स्नातक छात्रों की इंटर्नशिप करवा रहा है. पश्चिम बंगाल में 2023 में लागू की गयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार, छात्रों को रोजगार के योग्य बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
एनईपी के अनुसार, एक छात्र किसी भी समय कॉलेज छोड़ सकता है. एक साल के बाद, या दो साल के बाद, या पूरा कोर्स पूरा करने के बाद, लेकिन इंटर्नशिप पूरा किये बिना नहीं छोड़ सकता. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा 2023 में इंटर्नशिप के लिए दिशा निर्देश जारी किये गये थे.
दक्षिण 24 परगना के एक कॉलेज प्रिंसिपल ने बताया कि छात्रों के लिए इंटर्नशिप महत्वपूर्ण है. उच्च शिक्षा का उद्देश्य यह है कि छात्र पढ़ते रहें, शोध करें और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान दें. दूसरा जब राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था बढ़ती है और इसके साथ रोजगार का दायरा बढ़ता है, तो छात्र कार्यबल में शामिल हो जाते हैं. अब, रोजगार योग्य लोग वे नहीं, जिनके पास ज्ञान है बल्कि वे जिनके पास कौशल और ट्रेनिंग है. अब कौशल किताबों से नहीं, बल्कि ऑन-जॉब ट्रेनिंग व इंटर्नशिप से आती है.
उन्होंने कहा कि संगठन आमतौर पर अपने प्रशिक्षुओं का रिकॉर्ड रखते हैं और अगर कोई छात्र वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो उसके पास उस संगठन में रोजगार पाने की उच्च संभावना है. उनका कॉलेज एक ग्रामीण कॉलेज है, उन्होंने कहा कि उनके अधिकांश छात्र निम्न तबके से आते हैं और इसलिए कॉलेज को उसी के अनुसार योजना बनानी होगी. कॉलेजों को अब दिशानिर्देश मिल रहा है कि संस्थान 21 अलग-अलग विषयों में छात्रों के लिए इंटर्नशिप के अवसर कैसे ढूंढ सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है