लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूपी करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है. कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद ये तय माना जा रहा था कि वो विधानसभा से इस्तीफा देंगे. इसके बाद वो केंद्र की राजनीति करेंगे. बुधवार को करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद अब ये तय हो गया है कि वो केंद्र की राजनीति करेंगे.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी खाली
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी हैं. विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद बाद नेता प्रतिपक्ष का पद भी खाली हो गया है. समाजवादी पार्टी से शिवपाल सिंह यादव, राम अचल राजभर, इंद्रजीत सरोज और कमाल अख्तर का नाम नेता प्रतिपक्ष के लिए चल रहा है. समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव 2024 में 37 सीटें जीती हैं. इसी के साथ सपा संसद में देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
2022 में करहल विधानसभा से हासिल की थी जीत
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के राजनीतिक सफर की शुरुआत कन्नौज से सन् 2000 में हुई थी. उन्होंने कन्नौज में लोकसभा का उपचुनाव जीता था. इसके बाद 2009 में उन्होंने फिर कन्नौज से चुनाव लड़ा और सांसद बने. 2012 में यूपी विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बन गए गए और 2017 तक उनका कार्यकाल चला. इसके बाद उन्होंने 2019 में आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ा और बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ को हराया था. 2022 में उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा देकर यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी.
अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर से दिया इस्तीफा
अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद ने भी मिल्कीपुर विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. वो मिल्कीपुर सुरक्षित सीट से विधायक थे. अवेधश प्रसाद नौ बार विधायक रह चुके हैं.