वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में चमकी-बुखार से बचाव के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव में पीपल की छांव में चाैपाल लगाकर बीमारी से बचाव के लिए लाेगाें काे जागरूक कर रहा है. प्रत्येक शनिवार काे अधिकारियों को अपने चाैपाल में गांव की महिलाओं, बुजुर्ग व जनप्रतिनिधियाें काे बचाव के तरीके बताने निर्देश जारी किया गया है. इसमें रात के समय बच्चाें काे खाली पेट नहीं सुलाने, धूप में नहीं जाने देने और चमकी-बुखार का लक्षण आने पर तुरंत नजदीक के अस्पताल में ले जाने के लिए प्रेरित करेंगे. इसके लिए डीएम से लेकर सभी अधिकारियाें ने पहले चरण में 285 पंचायताें काे गाेद लिया है. महादलित टोला के प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सामुदायिक भवनों पर दीवाल लेखन, हैंडविल, पंपलेट का वितरण किया जा रहा है. अब तक के ट्रेंड के मुताबिक इस वर्ष एइएस से बड़ी संख्या में बच्चों के पीड़ित होने की आशंका जतायी जा रही है. इसकाे लेकर स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है. जून में ही 40 डिग्री तापमान व हीटवेव होने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. जीरो डेथ पॉलिसी बनाकर एइएस से बचाव के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
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