वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
हाइपोग्लाइसीमिया बताते हुए डॉक्टर ने एइएस की पुष्टि कर दी. बच्चे का इलाज डॉ. गोपाल शंकर सहनी की यूनिट में चल रहा था. बेहतर होने पर उसे बुधवार को डिस्चार्ज कर दिया गया. पीड़ित बच्चों की संख्या 26 हो गई. इलाज के दौरान एक भी बच्चों की मौत अब तक नहीं हुई है. बढ़ती संख्या को लेकर एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है. अस्पताल प्रशासन ने बच्चे की रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है. स्वास्थ्य विभाग के तय प्रोटोकॉल के तहत उनका इलाज किया गया. शिशु रोग विशेषज्ञ सह उपाधीक्षक डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया है कि जब-जब उमस भरी गर्मी पड़ती है, तब-तब बच्चे बीमारी के शिकार बन रहे हैं. बच्चे को खाली पेट नहीं सोने दें. धूप में बच्चों को खेलने नहीं दें.
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