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भीम बराज पानी से लबालब, किसानों के लिए वरदान

इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ गर्मी में पलामू व गढ़वा जिला के दर्जनों गांव के लिए भीम बराज वरदान बन गया है. चार जुलाई 1992 को इस क्षेत्र के लोगों को समर्पित भीम बराज उत्तर कोयल परियोजना के अभियंताओं के दूरदर्शिता के कारण ऐसा पहली बार हुआ है.

कुंदन कुमार:मोहम्मदगंज .

इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ गर्मी में पलामू व गढ़वा जिला के दर्जनों गांव के लिए भीम बराज वरदान बन गया है. चार जुलाई 1992 को इस क्षेत्र के लोगों को समर्पित भीम बराज उत्तर कोयल परियोजना के अभियंताओं के दूरदर्शिता के कारण ऐसा पहली बार हुआ है.पहले रबी फसल के पटवन के बाद फरवरी महीने में बराज का पानी फाटक खोल कर नदी में बहा दिया जाता था . लेकिन ऐसा इस वर्ष नहीं किया गया था. जिसके कारण प्रचंड गर्मी में भी इसका लाभ देखने को मिल रहा है .पिछले साल औसत से कम वर्षा होने के बाद भी रबी फसल के मौसम से इस वर्ष बराज का सभी कुल 40 फाटकों को बंद रखने से बराज के ऊपरी हिस्से में जलस्तर आज भी पर्याप्त बना हुआ है . जो यहां आने वाले सैलानियों को आकर्षित करती है. बराज के कार्यपालक अभियंता विनीत प्रकाश, सहायक अभियंता अजित कुमार, प्रेम सागर रॉय, गोपाल कुमार,जेई बिनोद राम , राकेश रंजन व मेदनी नगर सिंचाई विभाग के भीम बराज का अतिरिक्त प्रभार अभियंता संजीत कुजूर के संयुक्त प्रयास से बराज के ऊपरी हिस्से में पर्याप्त जलस्तर कायम रखा गया. बराज में इस वर्ष स्टोरेज किया पानी से आदमी के साथ बेजुबान पशुओं का जीवन का आधार बना है. इसका दोनों किनारे का तट पशुओं का चारागाह व पानी पीने का स्थल बना. किसानों के लिए चालू मौसम में खेतों के पटवन का स्रोत बना है. बरसात समय पर अब तक नहीं होने के बावजूद धान के बिचड़े के पटवन की कमी इस वर्ष दूर हुई है .जून माह में बराज का कुछ अलग ही आकर्षक नजारा देखने को मिल रहा है. दोनों किनारों को हवा के झोकों के साथ टकराती स्वच्छ जल सैलानियों के मन को सुकून देता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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