प्रतिनिधि, अलौली. क्षेत्रीय सहायक निदेशक की जांच के दौरान सिविल सर्जन के दावे झूठे निकले हैं. बुधवार को जांच के लिए पहुंचे क्षेत्रीय सहायक निदेशक, स्वास्थ्य डॉ वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में शहर में संचालित दो अल्ट्रासाउंड सेंटर पर धावा बोला गया. जांच के दौरान बिना किसी बोर्ड के ही चोरी छिपे अल्ट्रासाउंड करने का खुलासा हुआ, जबकि दूसरे अल्ट्रासाउंड सेंटर में पहुंचने से पहले संचालक ताला मार कर फरार हो गया. मिली जानकारी अनुसार, नियम कायदे को ताक पर रख कर अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाया जा रहा था. इसके अलावा मुंगेर से आये प्रमंडलीय स्वास्थ्य अधिकारी ने अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच कर निरीक्षण किया. इस दौरान एक डॉक्टर समेत आधा दर्जन स्वास्थ्यकर्मी बिना किसी सूचना के गायब थे. गायब दंत चिकित्सक डॉ. विजय प्रकाश मेहता, ब्लॉक एकाउंट मैनेजर संजय चौरसिया, क्लर्क मनीष कुमार, रंजन कुमार, जीएनएम कविता, एएनएम आशा व कुंदन कुमारी की हाजिरी काटने के साथ क्षेत्रीय स्वास्थ्य सहायक निदेशक ने वेतन कटौती का आदेश दिया. शहर में संचालित दो अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच के लिए पहुंचने पर गड़बड़ी पायी गयी है. एक जगह बिना बोर्ड लगाये ही चोरी छिपे अल्ट्रासाउंड का खेल चल रहा था, जबकि दूसरी जगह पर अधिकारी के आने की भनक लगते ही संचालक सेंटर बंद कर फरार हो गया. अलौली अस्पताल में निरीक्षण के दौरान एक डॉक्टर सहित आधा दर्जन स्वास्थ्यकर्मी बिना किसी सूचना के गायब थे. गायब स्वास्थ्यकर्मियों की हाजिरी काट दी गयी. साथ ही वेतन काटने का भी आदेश दिया गया है. स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए आगे भी औचक निरीक्षण जारी रहेगा. – डॉ वीरेंद्र कुमार, क्षेत्रीय सहायक स्वास्थ्य निदेशक.
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