जिला पार्षदों ने खोला मोर्चा अररिया. जिला परिषद के सदस्य सह जिला परिषद के स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष इश्तियाक आलम ने जिला परिषद कार्यालय की कार्यशैली को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 20 जून से जिला परिषद कार्यालय में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगे. फारबिसगंज प्रखंड जिला परिषद क्षेत्र संख्या 11 के जिला पार्षद इश्तियाक आलम जिला परिषद कार्यालय के सिस्टम से परेशान हैं. उन्होंने बताया कि पंचायती राज व्यवस्था की सबसे बड़ी व पहली इकाई जिला परिषद होती है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले तीन वर्षों से जिला परिषद कार्यालय द्वारा सभी पार्षद को पंगु बनाकर रख दिया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला परिषद के पास राशि की कमी नही है. केवल इच्छा शक्ति की कमी है. इश्तियाक आलम एक अनुभवी जिला पार्षद हैं, जो तीन बार पार्षद रह चुके हैं. लेकिन इन दिनों जिला परिषद के कार्यशैली से काफी आहत व नाराज दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि योजना के चयन के बाद उस प्रखंड के सीओ के द्वारा एनओसी मांगा जाता है. उसके बाद ही आवंटित योजना पर काम होता है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि समय पर संबंधित सीओ द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिये जाने के कारण योजना पर काम नहीं हो पाता है. सीओ की मनमानी व जन प्रतिनिधि के साथ उनका व्यवहार किसी भी तरह से सम्मान जनक नहीं है. ऐसे में जब विकास कार्य नहीं हो पाता है तो क्षेत्र में जनता के पास पार्षद को अपमानित होना पड़ता है. साथ हीं उन्होंने यह गंभीर आरोप भी लगाया कि इस कार्यालय में पार्षदों की भी नही सुनी जाती है. जब पार्षद के साथ भी गोपनीयता बरती जाती है तो आम जनता का क्या होगा. आज तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि जिला परिषद की पूरे जिला में कहां-कहां व कितनी जमीन है. उन्होंने कहा की मैंने कई बार सदन में जिला परिषद की भूमि, मार्केट व चल अचल संपत्ति का पूरा ब्यौरा जिला पार्षद को उपलब्ध कराने की मांग की, लेकिन वह भी आजतक हम लोगों को उपलब्ध नही कराया गया, जो खेद की बात है. इन्ही सब समस्या व मुद्दों को लेकर उनका यह अनिश्चितकालीन अनशन होने जा रहा है.
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