लखीसराय. समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय कक्ष में दफादार-चौकीदार संघ के द्वारा अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कहा गया है कि दफादार-चौकीदार का एसीपी एवं एमएसीपी का विपत्र पर विचार-विमर्श पिछले कई साल से नहीं किया जा रहा है. स्थापना के कर्मियों से जब इस संबंध में कहा जाता है तो उनके द्वारा टाल-मटोल की नीति अपनाया जाता है. दफादार चौकीदार संघ का एसीपी एवं एमएसीपी का विपत्र कार्यालय में दो साल से पड़ा हुआ है. दफादार एवं चौकीदार को बच्चों की शादी, पढ़ाई-लिखाई, गंभीर बीमारी जैसी चीजों से जूझना पड़ रहा है. इलाज के अभाव में कजरा के चौकीदार की पत्नी की गंभीर बीमारी से पांच दिन पूर्व मौत हो गयी. संघ के लोगों ने कहा कि उनका एसीपी एवं एमएसीपी का विपत्र का निष्पादन कर एसपी कार्यालय को भेजा जाय. जिला स्थापना उप समाहर्ता के पत्रांक दिनांक 27-5-2024 के आलोक में कार्रवाई करते हुए दफादार एवं चौकीदार का सेवा पुस्तिका मंगा कर एसीपी एवं एमएसीपी का लाभ दिया जाय. बिहार सरकार के आदेश के आलोक में विभागीय कार्रवाई, अपराधिक मुकदमा एवं फौजी मुकदमा का अदालत में सिद्ध होने तक उनका प्रमोशन दिया जा सकता है. इस पर विचार-विमर्श किया जाय. चौकीदार के अंचल कार्यालय के अनुसार वरीयता के आधार पर उन्हें दफादार में प्रोन्नत किया जाय. इसके अलावे अन्य तीन सूत्री के तहत वफादार चौकीदार के समस्याओं को दूर करने के लिए आवेदन दिया गया है. दफादार चौकीदार संघ के जिलाध्यक्ष रामविलास पासवान, महासचिव अरुण कुमार राम, जवाहर राम, विवेक कुमार, विष्णुधारी पासवान समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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