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मानसून के समय से नहीं पहुंचने के कारण लोगों को गर्मी से फिलहाल नहीं मिल रही राहत

ऊमस भरी गर्मी से फिलहाल लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है.

बक्सर. ऊमस भरी गर्मी से फिलहाल लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है. वहीं उमस भरी गर्मी समय से मानसून के नहीं पहुंचने व दगा दे देने से लोगों की परेशानी और भी बढ़ गई है. मानसून के समय से आने पर लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है. लेकिन उमस भरी गर्मी के कारण शरीर का पसीना तक नहीं सूख रहा है. वहीं तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से पार होने के कारण अब एसी भी फेल होने लगे है. जिसके कारण शहरवासियों को परेशानी का सामना करना मजबूरी बन गई है. नगर में सीमित दायरे एवं अत्यधिक प्रदूषण के कारण और भी गर्मी से परेशानी बढ़ी है. नगर के लोगों को ठंडक पहुंचाने वाले पेड़ पौधों की भी काफी कमी है. नगर पूरी तरह कंक्रीट में तब्दिल हो चुका है. जो भी पेड़ पौधे नगर में थे वह समाप्त हो चुके है. बगीचों में अब मकान बन चुके है. शहर के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में असमय विद्युत कटौती से इस उमस भरी गर्मी में लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. लोगों को गर्मी में कहीं भी आराम नहीं मिल रहा है. अनियमित विद्युत कटौती से शहर के लोगों का हाल पूरी तरह बेहाल हो गया है. बिजली कटौती का कोई समय ही निर्धारित नहीं है. इस भीषण गर्मी में बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. विद्युत विभाग मनमाने तरीके से विद्युत कटौती कर रहा रहा है. रात में जरूरतों के समय में विद्युत कटौती इस उमस भरी गर्मी में मरण समान दु:खदायी हो गया है. सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों के साथ बूढ़ों को हो रही है. बता दें कि भीषण गर्मी में लोड बढ़ते ही विद्युत विभाग की सभी तैयारी पर पानी फिर जाता हैं. गर्मी से राहत को लेकर सबसे ज्यादा आवश्यकता इन दिनों बिजली की हो गई है. लेकिन विद्युत विभाग इससे अनजान लगातार विद्युत कटौती में मशगूल है. हमेशा लोकल फाल्ट दिखाकर इस गर्मी में भी दिन के दुपहरी हो या रात का 2 बजा हो आप को निर्बाध रूप से विद्युत प्राप्ति दिवास्वप्न की तरह हो गई है. भीषण गर्मी शुरू होने के साथ ही विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से चरमरा गई है. विद्युत व्यवस्था को अनवरत रूप से चालू रखने तथा लोगों की सुविधाओं के लिए विभाग को लिमिटेड भी कर दिया गया है. जिससे लोगों को विद्युत की समस्या का सामना नहीं करना पड़े. बावजूद विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण लोगों को निर्बाध रूप से विद्युत प्राप्त होना मुश्किल है. बेहतर विद्युत व्यवस्था करने की विभाग के दावे इस उमस भरी गर्मी में खोखला साबित हो रहा है. लोगों को जितनी विद्युत की आवश्यकता इस उमस भरी गर्मी से राहत के लिए है. उससे आगे बढ़ कर विभाग द्वारा विद्युत की कटौती लगातार अनियमित रूप से की जा रही है. जिससे नगर वासियों का जीवन बेहाल हो गया है. विद्युत की सप्लाई से ज्यादा समय केवल लोकल फाल्ट को मरम्मत करने में समय लग रहा है.

रात को कम मिल रही है बिजली

जिले को आवश्यकतानुसार बिजली मिल रही है. लेकिन पीक ऑवर शुरू होते ही रात को बिजली की कटौती विभागीय स्तर पर शुरू हो जाती है. जिसके कारण दिन तो किसी तरह गुजर जाता है लेकिन लोगों को रात भी जगकर काटनी पड़ रही है. विद्युत विभाग लोड शेडिंग तथा लोकल फाल्ट के नाम पर संध्या हो या 2 बजे रात्रि इस उमस भरी गर्मी में विद्युत कटौती किया जा रहा है. जिससे रातों को भी लोगों का नींद हराम हो गया है.

जिले में उमस के साथ तापमान पहुंचा 45 डिग्री सेल्सियस के पार

जिले में फिलहाल उमस भरी गर्मी में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. जिससे लोगों का रात की नींद और दिन का चैन खो गया है. दिन में सूर्य की किरण रूपी आग सी तपीश के साथ 45 डिग्री अधिकतम तापमान एवं कुछ समय के लिए 31 डिग्री सेल्सियस तापमान लोगों को झेलनी पड़ रही है. यह तापमान सामान्य तापमान से अधिक है. जिससे लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है. यदि जिले के तापमान पर नजर डालें तो सुबह के 8 बजे ही असह्य गर्मी कायम हो जा रही है. जो सुबह के 5 बजे तक 32 डिग्रीे सेल्सियस पहुंच रहा है. वहीं आधे से एक घंटे के लिए जिले में न्यनूतम 31 डिग्री सेल्सियस तापमान का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही उमस के कारण जिले में लोगों के शरीर का कपड़ा भी नहीं सूख पा रहा है. शरीर से पशाीन काफी तेज गति से निकल रहा है. जिससे कपड़ा गीला पहने रहना लोगों की मजबूरी में शामिल हो गया है.

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