उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर महिलाओं को कर्ज देकर शोषण करने वाली माइक्रो फिनांस कंपनियों के खिलाफ बिहार कर्जमुक्ति मिशन ने समाहरणालय में धरना दिया. इसका नेतृत्व सुगंध कुमार ने किया. दीनबंधु क्रांतिकारी ने कहा कि बिहार में बाहर की कंपनियां महिलाओं को कर्ज के मकड़जाल में फंसा कर अवैध रूप से वसूली करती हैं. इस वजह से महिलाएं आत्महत्या कर रही हैं और घर छोड़ कर पलायन करने पर मजबूर हैं. आनंद पटेल व उदय चौधरी ने कहा कि सभी कंपनियां कम ब्याज का वादा देकर 40 से 50 फीसदी तक ब्याज वसूलती हैं. यह एक प्रकार की गुंडागर्दी है. धर्मवीर शुक्ला ने कहा कि गांव की जिन गरीब महिलाओं को एक बार इस कर्ज के जाल में फंसा लिया जाता है, वह इससे बाहर तभी निकल पाती हैं जब या तो शारीरिक शोषण का शिकार हों या आत्महत्या कर लें. अगर सरकार इस पर सजग नहीं होगी तो हमलोग मजबूरन सड़क पर उतरेंगे. रघुनंदन प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले में कई ऐसे सूदखोरों का भी कब्जा हो गया है, जो बिना किसी रजिस्ट्रेशन के गुंडा राज चला रहे हैं. इस मौके पर अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा, सद्दाम हुसैन, संतोष ठाकुर, श्रवण झा, मनोज सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, विजय, शिवेंद्र, प्रभात, उदय चौधरी, गरीबनाथ चौधरी, मोनू, कृष्णा, अभिषेक, बबन सिंह शेरू, मो शाहनवाज, संगम सहित अन्य मौजूद थे.
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