संवाददाता, गिरिडीह. जिले के सभी अंचलों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. एक ओर जहां राजस्व कर्मियों और अधिकारियों की मिली भगत से जमीन के दस्तावेजों की हेराफेरी की जा रही है वहीं दूसरी ओर जमीन के म्युटेशन में रैयतों को परेशान किया जा रहा है. इस पर नेताओं ने आक्रोश जताया है.
राजस्व कर्मचारियों की संपत्ति की जांच केर इडी: सुरेश साव
इस मामले में निर्देशन में मनमानी करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सरकार कार्रवाई करें. यह मांग भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुरेश साव ने की है. उन्होंने कहा कि राज्य के जिलों में कमोवेश यही स्थिति है लेकिन गिरिडीह में राजस्व विभाग के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों और अमीनों ने लूट मचा रखी है. श्री साव ने कहा कि वैसे तो हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है लेकिन राजस्व विभाग में कई अनौखे कारनामे हो रहे हैं. जिस तरह से रांची में जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी कर गड़बड़ी की जा रही थी उसी तरह गिरिडीह में भी जमीन के दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर भूमाफियाओं के सहयोग से बड़ा खेल किया जा रहा है. अधिकारियों और भूमाफियाओं के साठगांठ के कारण जमीन के असली रैयतों को बेदखल किया जा रहा है और सुनियोजित तरीके से उनके दस्तावेजों को भी बदल दिया जा रहा है. बताया कि गिरिडीह जिले में कई राजस्व कर्मचारियों ने अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है. करोड़ों रूपये कमाई करने के बाद येलोग राज्य के बाहर जमीन और फ्लैट में निवेश कर रहे हैं. कहा कि इस मामले में वे शीघ्र ही इडी को पत्र लिखेंगे और संपत्ति की जांच की मांग करेंगे.गिरिडीह में जमीन की हेराफेरी की जांच के लिए मिलेंगे मुख्यमंत्री से : विनोद सिन्हा
भाजपा नेता विनोद सिन्हा ने कहा कि गिरिडीह अंचल क्षेत्र में कई बड़े-बड़े भूखंडों को भूमाफियाओं ने गलत तरीके से खरीद बिक्री कर ली है. कहा कि इसमें कई लोग राजनीतिक दल से भी जुड़े हुए हैं और सरकारी संरक्षण में जमीन की हेराफेरी की जा रही है. वे इस मामले को लेकर शीघ्र ही झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से मुलाकात करेंगे और मामले की जांच की मांग करेंगे. श्री सिन्हा ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में कुछ लोग गरीबों की जमीन और सरकारी जमीन को हड़प ले रहे हैं. राजस्व विभाग के कर्मियों और अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी रिकॉर्ड में भी छेड़छाड़ किया जा रहा है. कहा कि पंजी टू में किये गये छेड़छाड़ की उच्चस्तरीय जांच कर रिकॉर्ड के कस्टोडियन के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चचित होनी चाहिए.रिजेक्ट किये गये म्युटेशन की जांच करें डीसी : धनंजय सिंह
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि कुछ अधिकारियों के कारण सरकार की छवि धूमिल हो रही है और गठबंधन में रहने के कारण उनके दल की भी बदनामी हो रही है. कहा कि सैंकेंड सीएम के रूप में जानी जाने वाली कल्पना सोरेन अब गिरिडीह जिले से जुड़ चुकी है. ऐसे में उनकी जिम्मेदारी बनती है कि गिरिडीह के मामले को वे खुद गंभीरता से लें और मामले की जांच करायें. कहा कि जमीन के म्युटेशन में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें मिल रही है. राजस्व विभाग में बिना लेनदेन के काम होना आसान नहीं है. जमीन के रैयत परेशान हैं. कहा कि जब एलपीसी लेकर जमीन की खरीद बिक्री की जा रही है तो फिर म्युटेशन में रैयतों को क्यों परेशान किया जा रहा है. यदि जमीन के दस्तावेज में कोई गड़बड़ी है तो राजस्व विभाग के अधिकारी एलपीसी देने के बदले उसे रिजेक्ट करें. श्री सिंह ने कहा कि अब तक जितने जमीन म्युटेशन के आवेदन को रिजेक्ट किया गया है, डीसी उसकी जांच खुद करें. कहा कि इस संबंध में वे डीसी से भी मिलकर शनिवार को अनुरोध पत्र सौंपेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है