-लंबे समय बाद महापौर की अध्यक्षता में हुई सशक्त स्थायी समिति की मीटिंग- बरसात पूर्व व श्रावणी मेला की तैयारियों पर चर्चा मुजफ्फरपुर. लोकसभा चुनाव को लेकर लागू आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद शुक्रवार को महापौर निर्मला साहू की अध्यक्षता में सशक्त स्थायी समिति की मीटिंग हुई. इसमें शहर में बिना नक्शे की स्वीकृति बेतरतीब तरीके से हो रहे बिल्डिंगों के निर्माण को लेकर खूब सवाल-जवाब हुआ. नगर आयुक्त ने इंजीनियरों को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. नक्शा शाखा की कार्यशैली को लेकर भी मेयर सहित अन्य सदस्यों ने सवाल उठाया. नगर आयुक्त ने लंबित नक्शा की स्वीकृति देने सहित आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इसके अलावा कंपनीबाग रोड किनारे दुकान की जगह अब गाड़ियों की पार्किंग होगी. इसकी व्यवस्था नगर निगम को करना है. डीएम आवास से लेकर कंपनीबाग मस्जिद तक 10 कर्मियों की स्थायी रूप से प्रतिनियुक्ति कर गाड़ियों की निगरानी करने का फैसला लिया गया है. रात्रि सफाई में मेयर की खानापूर्ति की शिकायत पर अब हर रात निगम अधिकारियों की टीम शहर में निकलेगी. मेयर ने रात्रि सफाई में खानापूर्ति पर गहरी नाराजगी जताई. मीटिंग के दौरान मुख्य रूप से उप महापौर डॉ मोनालिसा, नगर आयुक्त नवीन कुमार, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य राजीव कुमार पंकू, अभिमन्यु चौहान, अमित रंजन, केपी पप्पू, सुरभि शिखा, अपर नगर आयुक्त नंद किशोर चौधरी आदि मौजूद थे. बढ़ी दरों पर लगेगा होल्डिंग टैक्स पर जुर्माना नहीं शहर के कमर्शियल होल्डिंग टैक्स में 2022-23 से बढ़ोतरी किया गया है. बढ़े दर से वसूली करनी है. लेकिन, पहले के बकाया पर जुर्माना नहीं लेना है. मार्केट कॉम्प्लेक्स, मॉल, नर्सिंग होम व अन्य बिल्डिंग बनाने में नियम का पालन नहीं हो रहा है. नगर आयुक्त नवीन कुमार ने बैठक में मौजूद इंजीनियरिंग को हिदायत दी है कि पांच प्वाइंट पर जांच करनी है. इसमें बिल्डिंग बायलॉज के मुताबिक मकान बना है या नहीं. इसकी ऊंचाई क्या है. ग्रीन एरिया क्या है. चाराें तरफ कितना जगह छोड़ा गया है. सड़क की चौड़ाई क्या है. नक्शा जाे पहले से स्वीकृत है उसके अनुसार बिल्डिंग बना है या इसके विपरीत. कार्यपालक अभियंता को टीम गठित कर इसकी जांच की जवाबदेही दी गयी है. प्रत्येक 15 दिन पर कार्रवाई के साथ रिपोर्ट मेयर को देना होगा. जलापूर्ति शाखा ने सबमर्सिबल को लेकर दी गलत रिपोर्ट मीटिंग के दौरान मेयर सहित कई सदस्यों ने निगम के अधिकारी व कर्मियों की कार्यशैली पर सवाल उठाया. कहा कि मांगने पर गलत रिपोर्ट दी जाती है. फील्ड में निकलने की बजाय अधिकारी व कर्मचारी ऑफिस में बैठकर रिपोर्ट बना देते हैं. यही कारण है कि उन्हें शहर में बंद व चालू सबमर्सिबल का जो रिपोर्ट दिया गया. वह गलत निकला. मेयर ने कहा कि जब भी कुछ बोला जाता है, तो जांच का आदेश दे दिया जाता है. कोई एक्शन नहीं होता. सुपर सकर मशीन खराब, रूका है उड़ाही बरसात पूर्व नालों की उड़ाही की भी समीक्षा की गयी. पता चला कि निगम का जो सुपर सकर मशीन है. वह खराब है. इससे उड़ाही का कार्य बाधित है. कलमबाग चौक सहित कई हिस्से में पक्के नाले के स्लैब को तोड़ दिया गया है. लेकिन, मशीन के अभाव में उड़ाही का कार्य बाधित है. सदस्यों ने कहा कि बरसात में जलजमाव की समस्या नहीं हो. इसके लिए सभी आउटलेट, नाले व कल्वर्ट की सफाई हर हाल में हो जानी चाहिए. पिछड़े वार्डों को मिलेगा 40 फीसदी अतिरिक्त राशि शहर के कई ऐसे वार्ड है, जिसमें शहरी सुविधाओं की घोर कमी है. इसमें वार्ड नंबर 01, 02 के अलावा 46, 47, 48, 49 आदि शामिल है. इन सभी वार्डों में विकास के नाम जो राशि मिलेगी. वह अन्य वार्डो की तुलना में 40 फीसदी अतिरिक्त होगी. सशक्त स्थायी समिति में इस पर मुहर लगा दी गयी है. हालांकि, इससे पहले भी एक बार सशक्त स्थायी समिति से इससे संबंधित प्रस्ताव पर मंजूरी मिल चुकी है.
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