Tourist Places in Bihar: गर्मी का मौसम है और बच्चों की छुट्टियां शुरू हो गई हैं, इस बीच आपके मन में जरूर आया होगा कि कहीं घूमने चला जाए। आप बिहार के रहने वाले हैं या बिहार के आसपास के तो बता दें कि नैनीताल, मनाली, देहरादून बहुत दूर है और अभी वहां बहुत भीड़ भी है, वहां जाने के लिए हजारों खर्च करना होगा और अभी टिकट मिलना किसी चुनौती से कम नहीं है।
आप छुट्टियों में सुकून चाहते हैं, सुखद अनुभूति प्राप्त करना चाहते हैं तो बिहार आपके लिए परफेक्ट टूरिस्ट प्लेस है। भारत के पूर्व में बसा यह राज्य ऐतिहासिक धरोहरों को अपने अंदर समेटे हुए हैं। प्रकृति की गोद में बसे इस राज्य में पहाड़ों से लेकर झरने तक इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि आप अपने परिवार के साथ बिहार के किन जगहों पर जाकर छुट्टियों का लुत्फ उठा सकते हैं…
तुतला भवानी वॉटरफॉल, रोहतास
बिहार की राजधानी पटना से 158 किलोमीटर की दूरी पर तुतला भवानी वॉटरफॉल स्थित है। यह तिलौथु के डेहरी-ऑन-सोन से लगभग 20 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। तुतला भवानी में सिर्फ वॉटरफॉल ही नहीं बल्कि विशाल मंदिर भी है, स्थानीय लोगों द्वारा कहा जाता है कि मंदिर में दर्शन करने से पहले इस जल प्रताप में स्नान करना जरूरी होता है।
बता दें कि कैमूर की पहाड़ियों के बीच स्थित यह विशाल झरना है और घाटी के बीच में कछुआर नदी बहती है। यह वॉटरफॉल बिहार के रोहतास जिले में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए रोहतास जिले में आने के बाद डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन से दक्षिण की ओर तिलौथू (17 किमी) के लिए बस पकड़नी होती है। तिलौथू पहुंचने के बाद 7 किलोमीटर पश्चिम जाने पर आसानी से तुतला भवानी वॉटरफॉल जा सकते हैं।
कशिश वॉटरफॉल, कछुआहार
कशिश जल प्रपात की बात करें तो बिहार की राजधानी पटना से 170 किलोमीटर दूर रोहतास जिले के अमझौर पंचायत में स्थित है। अगर आपको शहर के शोर से दूर प्रकृति की सुनहरी धुन सुननी है, साथ ही कल कल करती पानी की आवाज जो आंखों के साथ मन को भी ठंडक पहुंचाती है तो आप देर न करें कशिश वॉटरफॉल जरूर पहुंचें।
यहां तरह तरह के पेड़ पौधे देखने को मिलेंगे, पक्षियों की चहचाहट सुनाई देगी, पहाड़ से गिरते पानी का संगीत आपके मन को ताजगी पहुंचाएगा, आपको ऐसी अनुभूति होगी जैसा कि आप प्रकृति की गोद में जाकर बैठ गए हों। बता दें,बारिश के मौसम में बिहार में 200 से ज्यादा जल प्रपात नजर आते हैं और कशिश उनमें से एक माना जाता है।
कांवर झील, बेगूसराय
कावर झील जिसे स्थानीय लोगों द्वारा काबर ताल भी कहा जाता है, बिहार के बेगूसराय जिले में मीठे पानी की यह झील है। कांवर झील बेगूसराय जिला मुख्यालय से तकरीबन 22 किलोमीटर उत्तर में और बिहार की राजधानी पटना से 127 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस झील और आसपास की नमभूमि (जिसे वेटलैंड कहते हैं) को पक्षी विहार का दर्जा प्राप्त है। यहां सर्दियों के मौसम में ज्यादा मात्रा में प्रवासी पक्षी आते हैं जिनमें विदेशी पक्षी भी शामिल हैं। अगर आप झील जाते हैं तो वहां नजदीक में हीं जय मंगल गढ़ के नाम से एक मंदिर है उसका दर्शन भी जरूर करें।
शेरशाह सूरी मकबरा, सासाराम
पटना से 152 किमी दूर बिहार का रोहतास जिला सूफी संतों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए पूरे भारत में विख्यात है। यहां हर 5 से 10 किलोमीटर की दूरी पर कोई न कोई ऐतिहासिक धरोहर मिल हीं जाती है, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज है। उन्हीं में से एक है सासाराम स्थित शेरशाह सूरी का विशाल मकबरा जो 52 एकड़ तलाब के बीचो-बीच स्थित है। शेरशाह सूरी का यह मकबरा विश्व के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक माना जाता है। गर्मियों की छुट्टियां में अपने बच्चों के साथ यहां जरूर जाएं और ऐतिहासिक धरोहर से अवगत कराएं।