अररिया. चौंकिए मत यह नजारा किसी नहर व तालाब का नहीं है. यह स्टेशन रोड वाली सड़क का नजारा है. अब तो अररिया कोर्ट स्टेशन जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. कई जगह पर यह अति महत्वपूर्ण सड़क बड़े-बड़े गड्ढे के कारण तालाब में तब्दील हो गया है. हर दिन इस सड़क पर दुर्घटना होती रहती है. आखिर कब बनेगी यह सड़क, लगता है कोई बड़ी दुर्घटना के इंतजार में है. जिम्मेदार लोग तभी इस समस्या पर इन लोगों का ध्यान जायेगा. इस सड़क पर चलना मानो जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष करने जैसा है. एक तो पूरी सड़क ही जर्जर हो गयी है. उसपर से तालाब नुमा गड्ढा व जान लेवा साबित हो रहा है. अररिया जिला का सबसे बदतरीन सड़क में जिला मुख्यालय के इस रोड का शुमार होता है. प्रखंड से लेकर जिला स्तर के दर्जनों कार्यालय इस रोड पर स्थित है. जहां हर दिन हजारों लोगों का आना जाना होता है. पूरे जिला से लोग दिल्ली, पंजाब, कोलकाता व कटिहार, जोगबनी जाने के लिए इसी रोड से स्टेशन आते जाते हैं. एक तो लोग जान जोखिम में डालकर इस सड़क पर चलने को विवश हैं. क्योंकि इसका दूसरा कोई विकल्प भी नही है. इस सड़क की ये स्थिति पिछले दस वर्षो से ऐसी ही है. लेकिन जन प्रतिनिधि से लेकर प्रशासन के लोग भी अंधे व बहरे बने हुए हैं. क्योंकि ये समस्या उन्हें दिखती नहीं है. जनता जब आवाज उठाती है तो सुनते भी नहीं है. लोगों ने बताया की ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों को जन समस्या से अगर कोई मतलब नहीं है तो मानवता भी इनके अंदर की मर चुकी है. आखिर जनता सड़क पर वाहन का टैक्स किस बात का लेती है. गर्भवती महिला व दिव्यांग लोगों को काफी परेशानी होती है. साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चे भी दुर्घटना को लेकर भयभीत रहते हैं. इस सड़क पर सफर करने वालों का अपने जन प्रतिनिधि व प्रशासनिक पदाधिकारी से विश्वास उठ गया है. लोगों ने अब इस समस्या को लेकर जिला पदाधिकारी से आग्रह किया है कि वो अब खुद व्यक्तिगत रुचि लेकर जन हित में इस समस्या के समाधान करने की दिशा में पहल करें. अब जनता को सीधे जिला पदाधिकारी पर ही विश्वास बचा है की वो चाह लेंगी तो निश्चित रूप से इस समस्या का समाधान हो पायेगा.
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