मेदिनीनगर. पलामू डीसी शशि रंजन के आदेश के आलोक में शनिवार को जीएलए कॉलेज रोड स्थित मइयां-बाबू अस्पताल को सील कर दिया गया. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी नगर आयुक्त मोहम्मद जावेद हुसैन की देखरेख में निजी अस्पताल को सील करने की प्रक्रिया पूरी की गयी. मौके पर स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम दीपक गुप्ता भी मौजूद थे. प्रशासन ने उक्त अस्पताल के संचालक के खिलाफ दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. जुर्माना की राशि जमा नहीं करने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. जानकारी के मुताबिक डीसी को शिकायत मिली थी कि उक्त अस्पताल के संचालक डॉ कादिर परवेज मरीजों को कम पैसे में बेहतर इलाज का लालच देकर एमएमसीएच से अपने अस्पताल में भर्ती कराते थे. जिसके लिए उक्त अस्पताल के दलाल एमएमसीएच में घूमते रहते थे. अस्पताल में इलाज के नाम पर मरीजों का आर्थिक शोषण किया जाता था. वहीं नकली एवं एक्सपायर दवा दी जाती थी. इससे पूर्व 29 मई को स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय टीम ने मइयां-बाबू अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान टीम ने आयुष्मान एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की व्यवस्था मानदंड के विपरीत पायी थी. मरीजों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था नहीं थी. मरीजों के बेड की दूरी कम थी. कम जगह में कई मरीजों को भर्ती किया गया था. ओटी में एक्सपायर दवा भी पायी गयी थी. अस्पताल में गंदगी पसरी हुई थी. टीम ने इसे गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारी को रिपोर्ट की. इसके बाद आयुष्मान भारत योजना से इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है