कोलकाता.
लोकसभा चुनाव के बाद से ही राज्य में विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं पर सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा हमला करने के आरोप लगाये जा रहे हैं. बताया गया है कि इस हिंसा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता सबसे अधिक प्रभावित हैं. लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद से ही सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता अपने घर से भागने को मजबूर हो गये हैं. उनके घरों पर हमले हो रहे हैं. इस बीच, राज्य में चुनाव बाद हिंसा का जायजा लेने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो पश्चिम बंगाल का दौरा करेगी. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि देश के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न हुआ है. लोकसभा चुनाव के साथ-साथ हुए विधानसभा चुनावों में से दो राज्यों में सत्ता परिवर्तन हुआ है. यह सब शांतिपूर्ण तरीके से हुआ. कहीं से भी राजनीतिक हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आयी. लेकिन पश्चिम बंगाल की स्थिति सबसे अलग है. वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद इस बार के लोकसभा चुनाव के बाद भी राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं. बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मूकदर्शक बनी हुई हैं, जबकि उनकी पार्टी के अपराधी, विपक्षी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं पर हमला कर रहे हैं और उन्हें डरा-धमका रहे हैं. यहां तक कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी इन ज्यादतियों पर संज्ञान लिया है और 21 जून तक सीएपीएफ की तैनाती बढ़ा दी है.ऐसे में, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल का दौरा करने और स्थिति का तत्काल जायजा लेने और आगे की रिपोर्ट देने के लिए एक समिति का गठन किया है. सांसद बिप्लब कुमार देब को समिति का संयोजक नियुक्त किया गया है. इनके अलावा समिति में तीन अन्य सांसद रवि शंकर प्रसाद, बृजलाल व कविता पाटीदार शामिल हैं, जो जल्द ही राज्य के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी.
डायमंड हार्बर व जयनगर के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी केंद्रीय टीम
भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने बताया कि रविवार शाम सात बजे पार्टी की सेंट्रल फैक्ट फाइंडिंग टीम यहां पहुंचेगी. टीम महानगर में माहेश्वरी भवन का दौरा करेगी, जहां कोलकाता उत्तर क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं को शरण दी गयी है. इसके बाद सोमवार को यह टीम दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर व जयनगर और उत्तर 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी. उन्होंने बताया कि मंगलवार को यह टीम कूचबिहार का दौरा करेगी और वहां हिंसा प्रभावित भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेगी.
सुकांत ने ममता से पूछा, क्या भाजपा कार्यकर्ता उनके घर के सामने जाकर करें खुदकुशी
कोलकाता. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष व केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किया है. सुकांत ने ममता से पूछा कि क्या वह चाहती हैं कि राज्य के भाजपा कार्यकर्ता आत्महत्या करने पर मजबूर हों? अगर ऐसा है, तो वह सीधे कहें, ताकि भाजपा के कार्यकर्ता उनके घर के सामने जाकर आत्महत्या कर उनकी मुराद पूरी करें. सुकांत ने कहा कि राज्य की स्थिति यह है कि चुनाव बाद जारी हिंसा के शिकार लोग राज्यपाल से जब मिलना चाहते हैं, तो उन्हें रोका जाता है. बाध्य होकर राज्यपाल खुद पीड़ितों से मिलने उनके पास जाते हैं. सरकार के इस कदम से राज्य में लोकतंत्र शर्मसार हो रहा है. सुकांत ने कहा : राज्यपाल लगातार जमीनी हकीकत से जुड़े सवाल उठा रहे हैं. हिंसा प्रभावित लोगों को राज्यपाल से मिलने से रोका जा रहा है. राज्यपाल को राजभवन से निकल कर पीड़ितों के पास जाना पड़ रहा है. चूंकि लोकतंत्र व संविधान की रक्षा करने की जिम्मेवारी राज्यपाल के कंधों पर है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ममता बनर्जी चाहती क्या हें?
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